बिलासपुर । छत्तीसगढ़: ग्राम गतौरी और खाम्ही की 5 महिलाएं, जिनकी उम्र 45 से 80 वर्ष के बीच है, अपने पूर्वजों की जमीन छुड़ाने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंची। इन महिलाओं ने आरोप लगाया कि रसूखदार व्यक्ति अब्दुल तारीक ने उनकी जमीन पर कब्जा कर पेट्रोल पंप बना लिया है।
पीड़ित महिलाएं – लक्ष्मी बाई (55), संतोषी बाई (45), मिलापा बाई (60), बहुरा बाई (70), और गणेशिया बाई (80) ने बताया कि यह जमीन उनके पिता स्वर्गीय शिव सिंह के नाम पर दर्ज थी। मौजा गतौरी प.ह.नं. 21, रा.नि.मं. बिलासपुर तहसील और जिला बिलासपुर (छ.ग.) स्थित भूमि जिसका खसरा नं. क्रमशः 769/1, 769/2, और 769/3 है, का कुल रकबा 1.53 एकड़ है। वर्तमान में, खसरा 769/1 और 769/2 किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर दर्ज हो चुके हैं, जबकि खसरा 769/3 शासकीय भूमि के मद में दर्ज हो चुका है।
महिलाओं ने बताया कि उन्होंने इस मामले को लेकर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के न्यायालय में प्रकरण प्रस्तुत किया है। अनुविभागीय अधिकारी ने तहसीलदार बिलासपुर को जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। लेकिन तहसीलदार महोदय लगातार हमसे रजिस्ट्री पेपर प्रस्तुत करने का दबाव बना रहे हैं, जबकि असली दस्तावेज अनावेदक को प्रस्तुत करने चाहिए।
पीड़ित महिलाओं ने यह भी कहा कि कब्जाधारी व्यक्ति उन्हें बार-बार धमकी देता है कि वे इस जमीन के लिए लड़ाई बंद कर दें, नहीं तो उनके साथ बहुत बुरा होगा। इसके चलते महिलाएं न्याय की गुहार लगाने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचीं।
महिलाएं पेट्रोल और माचिस लेकर आत्मदाह की धमकी दे रही थीं और कहा कि यदि उनकी जान चली गई तो उसकी जिम्मेदारी कलेक्टर साहब की होगी। उन्होंने आरोप लगाया कि गरीब होने के कारण उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। महिलाओं ने तीन बार कलेक्टर साहब का नाम लेकर कहा कि अगर उन्हें उनकी जमीन नहीं मिली तो वे आत्मदाह करने पर मजबूर हो जाएंगी। जिसकी जवाबदारी जिला प्रशासन की होगी
इस घटनाक्रम की जानकारी जैसे ही प्रशासन को हुई अधिकारियो में हड़कंप मच गया और वहां उपस्थित पुलिस कर्मियों ने पैट्रोल को अपने पास रख लिया महिलाओं के आक्रोश और आत्मदाह की धमकी को देखते हुए प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को मामले की निष्पक्ष जांच कर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
मोबाइल – 9425545763