बिलासपुर में छठ पर्व की शुरुआत शनिवार को नहाय-खाय के साथ हुई। पर्व की पूर्व संध्या पर अरपा नदी के छठ घाट पर भव्य महाआरती का आयोजन किया गया। इस दौरान 2100 दीपों से अरपा मैया की आरती की गई और दीप दान भी हुआ, जिससे पूरा घाट और नदी का किनारा आकर्षक लाइटिंग से जगमगा उठा। आयोजन में शामिल आयोजकों और नेताओं ने प्रदूषित अरपा नदी को साफ और संवारने का संकल्प लिया।

नहाय-खाय से छठ महापर्व का शुभारंभ
शनिवार को नहाय-खाय के साथ चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुआत हो गई। छठ घाट पर आयोजित अरपा मैया की महाआरती में मुख्य अतिथि के रूप में प्रेमदास महाराज (ब्रह्मबाबा) और अतिथि के रूप में पूर्व विधानसभा नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक मौजूद रहे। इस अवसर पर सभी उपस्थित लोगों ने अरपा नदी को शुद्ध रखने और उसे संवारने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह, गोरखपुर के पूर्व सांसद प्रवीण कुमार निषाद, मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया, सभापति विनोद सोनी, जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी, प्रवीण झा , मनीष धर्मेंद्र दास, बीपी सिंह और प्रवीर भट्टाचार्य सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

आज खरना, कल डूबते सूर्य को अर्घ्य
चार दिवसीय इस अनुष्ठान में रविवार को खरना किया जाएगा। इसके साथ ही व्रती महिलाएं 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू करेंगी। सूर्य आराधना के इस महापर्व में सूर्य देव की पूजा अर्चना के साथ छठी मैया की भी आराधना की जाती है। खरना के अगले दिन, यानी 27 नवंबर की शाम को, डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इस अवसर पर व्रती महिलाएं नदी या तालाब में खड़ी होकर सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करेंगी।
28 को उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ समापन
27 अक्टूबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रती महिलाएं रात में घर में छठी मैया की पूजा करेंगी। पूरी रात जागरण के बाद 28 अक्टूबर को तड़के पांच बजे सूर्योदय से पूर्व छठ घाट पहुंचेंगी और उगते सूर्य को अर्घ्य देंगी। इसके बाद पूजा का समापन होगा और व्रती महिलाएं पारणा करेंगी।
अरपा को प्रदूषण मुक्त करने का काम शुरू: धरमलाल कौशिक
मुख्य अतिथि बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि जब से मां अरपा की आरती शुरू हुई है, तब से मैं आ रहा हूँ। अरपा को प्रदूषण से मुक्त करने का प्रश्न विधानसभा में उठाया गया था। उन्होंने बताया कि इसके लिए एक कमेटी बनी है और नदी में आने वाले नालियों के पानी को रोकने का कार्य शुरू हो गया है। कौशिक ने विश्वास जताया कि आने वाले समय में अरपा को प्रदूषण मुक्त किया जा सकेगा, लेकिन इसमें सभी का सहयोग जरूरी है।
तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह ने छठ घाट की प्रशंसा करते हुए कहा कि हमारा छठ घाट प्रदेश में प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि छठ माता के आशीर्वाद से शहर, प्रदेश और देश में सुख–समृद्धि बनी रहेगी। सिंह ने बिलासपुर के छठ घाट को दिल्ली से बेहतर बताते हुए छठ घाट को संवारने में समिति के कठिन परिश्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस घाट में किसी भी प्रकार की सेवा के लिए वह हमेशा तैयार हैं।
धर्मेंद्र दास ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत और नदी संरक्षण के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि मोदी जी के संकल्प को पूरा करने में हम सभी को सहयोग करना चाहिए ताकि अरपा नदी फिर से अपने पुराने स्वरूप में
लौट सके।