प्रतिदिन हो रही बरसात से करदही नदी उफनाई: खेतों में धान का रोपा डूबा
राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर जलभराव
सिहोरा
प्रतिदिन सुबह शाम हो रही तेज़ बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। छोटे-बड़े नदी-नालों का जलस्तर काफी बढ़ गया है, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 (जबलपुर-कटनी हाईवे) पर कई स्थानों पर पानी भर गया है। मंगलवार सुबह गांधीग्राम बाईपास फोरलेन तिराहे पर हाईवे पर लगभग 3 फीट पानी भर जाने से वाहनों की आवाजाही में काफी दिक्कतें आईं।
बंजारी माता नदी उफनाई, धान के खेतों में पानी भरा
गांधीग्राम में बंजारी माता नदी के उफनाने से हाईवे के किनारे स्थित बम्होरी हार, पटिया हार, कछरा हार, बंजारी माता मंदिर के किनारे के खेत और कोटखाले के खेतों में लगी धान की फसलों में पानी भर गया है। किसानों, जिनमें अरविंद सिंह गौर, प्रकाश मिश्रा, राजेश पटेल, वासुदेव मिश्रा, भानु प्रताप सिंह, विजय चौरसिया, उत्तम तिवारी, और लखन पटेल शामिल हैं, ने बताया कि यदि खेतों में पानी इसी तरह भरा रहा तो धान की फसल को भारी नुकसान हो सकता है। हालांकि, अन्य खेतों में यह बारिश धान के लिए फायदेमंद साबित हो रही है।
एनएचएआई की लापरवाही बनी वजह
स्थानीय लोगों का कहना है कि मुख्य तिराहों और चौराहों पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा बड़ी नालियों का निर्माण न करने और छोटी पुलियों के कारण बारिश का पानी ठीक से निकल नहीं पा रहा है, जिससे हाईवे पर जलभराव की स्थिति बन रही है।
करदही नदी और कुशनेर जलप्रदाय योजना भी प्रभावित
तेज बारिश से गांधीग्राम की करदही नदी में भी बरसाती पानी भर गया है, जिससे बंजारी माता पुल पर जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। पुल पर जलस्तर बढ़ने के कारण कुशनेर नलकूप से गांधीग्राम के लिए आने वाली पाइपलाइन डूब गई है। इसके अलावा, नदी किनारे स्थित बंजारी माता मंदिर की दीवारों तक पानी पहुँच गया है।
नई बस्ती कुशनेर के घरों में घुसा पानी
बंजारी माता नदी का पानी ओवरफ्लो होकर न केवल हाईवे पर फैला, बल्कि सड़क किनारे स्थित नई बस्ती कुशनेर के कई घरों में भी घुस गया। इस जलभराव से प्रभावित लोग भयभीत हैं और पानी निकलने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से कोई सहायता नहीं मिली है।