बिलासपुर. कलेक्टर संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में यूनिसेफ (UNICEF) द्वारा चलाए जा रहे युवोदय मनोबल स्वयंसेवकों की दो दिवसीय क्षमता-वर्धन कार्यशाला (Training Workshop) सोमवार को संपन्न हुई. इस प्रशिक्षण में जिले के हर विकासखंड से 30-30 स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया. कलेक्टर संजय अग्रवाल खुद कार्यशाला के आखिरी दिन तारबहार स्थित इंटेग्रेटेड कमांड सेंटर हॉल पहुंचे और स्वयंसेवकों का उत्साह बढ़ाया.
मानसिक मजबूती और टीम भावना जरूरी
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कार्यशाला में कहा कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) के प्रति जागरूकता लाना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझना होगा, ताकि वे मानसिक रूप से मजबूत बनकर समस्याओं का सामना कर सकें. उन्होंने स्वयंसेवकों को मन की सेहत, सकारात्मक संवाद और टीम भावना के साथ मिलकर काम करने के लिए मार्गदर्शन दिया. उन्होंने कहा कि संवेदनशीलता और सबके सामूहिक प्रयास ही सफलता की नींव हैं. कलेक्टर ने स्वयंसेवकों के काम के प्रति लगन और उनके प्रयासों की तारीफ भी की.
दो दिन में मिली अहम जानकारी
कार्यशाला के दौरान कई तकनीकी सत्रों के माध्यम से स्वयंसेवकों की क्षमता बढ़ाई गई. प्रशिक्षण के पहले दिन मानसिक स्वास्थ्य विषय पर उन्हें मन की सेहत, शुरुआती मनोवैज्ञानिक समस्याओं को पहचानने और सहानुभूतिपूर्ण बातचीत के तरीकों के बारे में विस्तार से बताया गया. दूसरे दिन बाल संरक्षण (Child Protection) विषय पर जानकारी दी गई. स्वयंसेवकों को बाल अधिकार, संकट में बच्चों की स्थिति, किशोर न्याय अधिनियम, लैंगिक अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (POCSO) और बाल कल्याण समिति की भूमिका जैसी जरूरी कानूनी जानकारी दी गई. इसके साथ ही पालन-पोषण सेवा (फॉस्टर केयर) और पोषण सहायता (स्पॉन्सरशिप) जैसी सेवाओं के महत्व और उनकी प्रक्रिया भी साफ तौर पर समझाई गई.
कार्यशाला का संचालन समन्वयक योगेश पुरोहित और जिला समन्वयक एनीरोज़ टोडर ने किया.