डेस्क। CRIME NEWS : ग्रेटर नोएडा में पत्नी को जिंदा जलाने वाले आरोपी पति का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है। आरोपी के पैर में गोली लगी है। पुलिस आरोपी को मेडिकल के लिए ले जा रही थी इसी दौरान उसने भागने की कोशिश की और पुलिस की पिस्टल छीनी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने गोली चलाई और आरोपी के पैर में गोली लगी। आरोपी का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
निक्की भाटी की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। निक्की की बहन कंचन, जो विपिन के भाई रोहित से शादीशुदा है, ने आरोप लगाया है कि विपिन और उसकी मां दया ने निक्की को आग लगाई। कंचन द्वारा साझा किए गए दिल दहला देने वाले वीडियो में विपिन और उसकी मां को निक्की पर हमला करते देखा गया है। निक्की का जेठ रोहित, सास और ससुर अभी भी फरार हैं।
गोली लगने और अस्पताल में भर्ती होने के बाद मीडिया से बात करते हुए विपिन ने कहा, ‘मैंने कुछ नहीं किया। वह खुद मर गई।’ उसने यह भी कहा, ‘पति-पत्नी के बीच झगड़े हर जगह होते हैं। यह कोई बड़ी बात नहीं है।’
निक्की के पिता ने कहा था विपिन को गोली मारो
निक्की के पिता भिखारी सिंह पायला ने कहा कि वह चाहते हैं कि आरोपियों को गोली मार दी जाए। उन्होंने कहा, ‘वे हत्यारे हैं, उन्हें गोली मार देनी चाहिए, उनका घर ढहा देना चाहिए। मेरी बेटी अपने बेटे का पालन-पोषण एक पार्लर चलाकर कर रही थी। उन्होंने उसे प्रताड़ित किया। पूरा परिवार इस साजिश में शामिल था, और उन्होंने मेरी बेटी को मार डाला।’ यह बयान उन्होंने उस समय दिया, जब कुछ घंटों बाद विपिन ने भागने की कोशिश की और पुलिस ने गोली चलाई।
35 लाख की डिमांड करने का आरोप
रूपबास गांव के निवासी भिकारी सिंह ने बताया कि उनकी बेटियों कंचन (29) और निक्की (27) की शादी दिसंबर 2016 में सिरसा गांव के रोहित और विपिन के साथ हिंदू रीति-रिवाज से बिना दहेज के हुई थी। शादी में स्कॉर्पियो गाड़ी और अन्य सामान दिया गया था। इसके बावजूद, ससुराल वाले शादी के बाद से ही 35 लाख रुपये दहेज की मांग करने लगे। बाद में एक और कार दी गई, लेकिन उनकी मांगें कम नहीं हुईं। भिकारी सिंह के अनुसार, उनकी दोनों बेटियों के साथ ससुराल में मारपीट की जाती थी। कई बार पंचायत के जरिए समझौता कराया गया, लेकिन ससुराल वालों ने इसे नहीं माना।
सास और बेटे ने मिलकर बहन को जलाया: कंचन
मृतका निक्की की बड़ी बहन कंचन ने आरोप लगाया कि गुरुवार शाम करीब 5:30 बजे उसकी सास दया ने अपने बेटे विपिन के साथ मिलकर यह जघन्य घटना को अंजाम दिया। कंचन के मुताबिक, सास दया ने ज्वलनशील पदार्थ अपने हाथ में लिया और उसे विपिन को दिया। विपिन ने यह पदार्थ निक्की पर डाल दिया और उसके गले पर हमला किया, जिससे निक्की बेहोश हो गई। जब कंचन ने इसका विरोध किया, तो उसके साथ भी मारपीट की गई। इस दौरान कंचन का पति रोहित भाटी और ससुर सत्यवीर मौके पर मौजूद थे। पड़ोसियों की मदद से गंभीर हालत में निक्की को ग्रेटर नोएडा के फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, जहां से हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया। वहां इलाज के दौरान निक्की की मौत हो गई।