विदाई समारोह में मंच पर रो पड़े बच्चियां
शासकीय शिक्षक की भावभीनी विदाई: बच्चियों की आँखों में आँसू
सिहोरा
शासकीय यशोदा बाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, खितौला बाजार के वरिष्ठ शिक्षक जयप्रकाश तिवारी अपनी अधिवार्षिकी आयु पूरी होने पर सेवानिवृत्त हुए। उनके सम्मान में एक भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष अतुल मिश्रा और सी.एम. राइज़ प्राचार्य अशोक उपाध्याय शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता संकुल प्राचार्य जे.एल. खांडे ने की, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में पार्षद गौरादेवी विश्वकर्मा और बी.आर.सी.सी. बृजेश श्रीवास्तव उपस्थित रहे।
भावुक पल: जब बच्चियाँ रो पड़ीं
इस विदाई समारोह का सबसे भावुक क्षण तब आया जब प्राथमिक विभाग की छोटी छात्राएं अपने प्रिय शिक्षक जयप्रकाश तिवारी के प्रति अपना लगाव नहीं रोक सकीं। वे स्वागत कार्यक्रम के बीच में ही मंच पर पहुँच गईं और अपने शिक्षक से लिपटकर फूट-फूटकर रोने लगीं। बच्चों को इस तरह रोता देख मंच पर मौजूद सभी अतिथि और शिक्षक भी भावुक हो गए। जयप्रकाश तिवारी ने जब बच्चियों को समझाया कि वह स्कूल आते रहेंगे, तब जाकर उन्होंने रोना बंद किया। यह दृश्य वहाँ उपस्थित सभी लोगों के मन में अपने शिक्षक के प्रति बच्चों के गहरे स्नेह को दर्शा गया।
शिक्षक की उपलब्धियों की सराहना
सी.एम. राइज़ प्राचार्य अशोक उपाध्याय, बी.आर.सी. बृजेश श्रीवास्तव और संकुल प्राचार्य जे.एल. खांडे ने जयप्रकाश तिवारी की सेवाओं की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश तिवारी ने न केवल छात्रों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि विद्यालय परिसर को हरा-भरा रखने के लिए गहन वृक्षारोपण और उनकी सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा। उन्होंने विद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों की समस्याओं को सुलझाने में भी अहम योगदान दिया।
अभिनंदन और स्मृति चिन्ह का आदान-प्रदान...
विदाई समारोह में कई संगठनों ने जयप्रकाश तिवारी को अभिनंदन पत्र भेंट किए। इनमें एकीकृत शासकीय यशोदा बाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, पटवारी संघ, कृषि उपज मंडी संघ, अज़ाक्स संघ, सर्वोदय ब्राह्मण समाज और लिपिक संघ के प्रतिनिधि शामिल थे। शिक्षक जयप्रकाश तिवारी ने छात्रों को पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम और स्वामी विवेकानंद के विचार वाले स्मृति चिन्ह भेंट किए। इसके अतिरिक्त, प्राचार्य जे.एल. खांडे ने शिक्षकों और अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए। सभी आमंत्रित लोगों को डॉ. कैलाश सत्यार्थी की पुस्तक भी भेंट की गई।
कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता अरविंद तिवारी , महेन्द्र त्रिपाठी ने किया , और इसमें कई गणमान्य व्यक्तियों और विभिन्न संगठनों के सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। जयप्रकाश तिवारी ने इसे अपने जीवन का अविस्मरणीय पल बताया।
ये रहे उपस्थित.....अतुल मिश्रा प्रातांध्यक्ष तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ,अनवर चच्चा सर,सुनील पटेल पूर्व अध्यक्ष , नितिन अग्रवाल अध्यक्ष जि.शाखा जबलपुर ,उमा झारिया, प्रधान सर,संतोष उरमलिया अध्यक्ष तह.शाखा सिहोरा,अर्जुन गर्ग,सतीश तिवारी,योगेंद्र मिश्रा, महेन्द्र त्रिपाठी,संतोष पटेल, उजयारे लाल हल्दकार, विष्णु यादव, रामनरेश हल्दकार, गोविंद हल्दकार,अशोक श्रीवास्तव,देव शरण श्रीवास ,राम नारायण सोनी,राम मनोहर सोनी, जगदीश गोंटिया, विनोद गुप्ता,आशीष तिवारी अध्यक्ष म.प्र.शिक्षक संघ जि.शाखा जबलपुर, शिवकुमार दीक्षित, कालीचरण राय,रेवा पटेल,राजू भैया पटवा, रामजी बर्मन,रवि मिश्रा अध्यक्ष लिपिक वर्ग संघ सिहोरा, अमित कुररिया अध्यक्ष पटवारी संघ सिहोरा,रवि पटेल,सुरेन्द्र मिश्रा,राम रुद्र तिवारी,
रितुराज तिवारी ,सहित अन्य साथी उपस्थित रहे।