दो सौ मीटर हिस्से में सिर्फ गड्ढे और कीचड, हिचकोले खाते निकल रहे वाहन
अधूरा निर्माण बना जानलेवा: राहगीरों की परेशानी का सबब बना डिवाइडर रोड निर्माण, रोज हो रहे हादसे
सिहोरा
सिहोरा नगर के पुराने राष्ट्रीय राजमार्ग में सुरक्षित आवागमन के लिए नगर पालिका सिहोरा द्वारा तीन वर्ष पहले शुरू किया गया डिवाइडर और सड़क चैड़ीकरण कार्य समय अवधि में पूरा नहीं होने और अब बरसात शुरू होने के बाद आधा अधूरा सड़क चैड़ीकरण कार्य राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बना है। सबसे खराब स्थिति बाबाताल मंदिर से पुराना बस स्टैंड के सामने का हिस्सा गड्ढे और कीचड में तब्दील हो गया है। दो पहिया और चार पहिया वाहन चालक हिचकोले खाते निकलते हैं, वहीं बारिष में गड्ढे में पानी भरने से आए दिन वाहन चालक हादसे का षिकार हो रहे हैं। दो दिन बाद गणेषोत्सव पर्व षुरू हो जाएगा, गड्ढे और कीचड भरे रास्ते से गणेष प्रतिमाएं पंडालों में पहुंचेंगी। वहीं ईद मिलादुन्नबी का जुलूस निकलेगा।
कार सड़क के बीच बने डिवाइडर से घुस गई थी
आम नागरिकों निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा कराये जाने की मांग की है नगर के मध्य से गुजरने वाला पुराना राष्ट्रीय राजमार्ग नगर का सबसे व्यस्त मार्ग है। यह मार्ग सिहोरा खितौला को जोड़ता है, इसी मार्ग से सिहोरा खितौला बस्ती दिनभर आवागमन करते हैं। एक माह पहले कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर में घुस गई थी, हादस मंे कार चालक की जान बाल-बाल बची थी। इस मार्ग से जबलपुर कटनी होकर जाने वाली यात्री बसों के अलावा मझौली, बहोरीबंद, ढीमरखेड़ा, मंडला, शहडोल जाने वाली यात्री बसों के साथ मार्ग से गुजरने वाले निजी चार पहिया वाहनों का आवागमन होता है। सड़क चैड़ीकरण का कम आधा अधूरा बने रहने से सड़क में रोज-रोज हादसे होते हैं।
ढाई साल पहले शुरू हुआ काम अभी तक अधूरा
करीब ढाई वर्ष पूर्व मझौली बाईपास से खितौला तिराहे के आगे तक सड़क चैड़ीकरण और सेंट्रल लाइटिंग का काम लगभग 5 करोड़ 66 लाख की राशि से स्वीकृत हुआ था। लेकिन ढाई वर्ष में सड़क निर्माण का काम पूरा नहीं हो सका। ठेकेदारों ने मनमानी से काम करते हुए बीच-बीच में सड़क का निर्माण किया और बाकी हिस्से को खोद कर छोड़ दिया। इसी तरह बाबाताल मंदिर के पास से पुराना बस स्टैंड तक वर्तमान में हो रहे सड़क निर्माण की गति भी धीमी है जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है।
आमजनों के टूट रहे हाथ-पैर, संचार कंपनी, नर्मदा जल लाइन बन रही बाधक
संचार कम्पनी और नर्मदा जल के कर्मचारी भी सड़क निर्माण में बाधक बन रहे अपने वायर और पाइपों को हफ्तों बाद भी सुधार नहीं पाये। जिससे भी कार्य में देरी हो रही है। जिससे भी लोगों को यातायात में दिक्कत हो रही है।बाबाताल से बस स्टेंड के बीच सबसे अधिक दुर्घटना घट रही है जिससे अनेक वाहन चालक इस हिस्से में गिरकर घायल हो गये और उनके हाथ पैर तक टूट गये हैं। सड़क निर्माण के लिए तोड़ी गई घरों और कालोनियों में जाने पट्टीयों सड़कों का निर्माण भी अभी तक नहीं होने से उनको भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।