बिलासपुरः छत्तीसगढ़ में सक्रिय हुआ मानसून अपना असर दिखा रहा है। झमाझम बारिश का दौर जारी है। लगातार हो रही बारिश से हाहाकार मचा हुआ है। साथ ही कई निचले इलाकों में जलभराव के हालात बन गए। मूसलाधार बारिश और जलभराव ने जिले में सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी है। फिलहाल नगर निगम व्यवस्था बहाल करने में लगा हुआ है।
दरअसल, बिलासपुर में बुधवार की रात को हुई बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। साथ ही पिछले 18 सालों की बारिश का रिकॉर्ड भी टूट गया। मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो पिछले 24 घंटों में करीब 4.09 इंच बारिश दर्ज की गई। इसके साथ ही तहसील में बारिश का आंकड़ा 5 इंच से अधिक का पहुंच चुका है।100 से अधिक घर जलमग्न
देर रात से गुरुवार की सुबह तक हुई मूसलाधार बारिश से शहर के कई इलाकों में जलभराव के हालात पैदा हो गए। जिले की सरकंडा, जोरापारा, बंधवापारा, इमलीभाठा, कपिल नगर, बिरकोना और विद्यानगर कॉलोनी तालाब बन गए। यहां के 100 से अधिक घरों में पानी घुस गया। कलेक्टर बंगले से लेकर पुराने बस स्टैंड और गोल बाजार में ढाई फीट पानी में डूब गयाबिलासपुर डूबा, निगम रहा अनजान
जलभराव की जानकारी देते हुए नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने बताया कि बिरकोना खार से निकले पानी के कारण हालात बने हैं। बंधवापारा, जोरापारा और सरकंडा क्षेत्र के 50 से अधिक घर जलभराव से प्रभावित हुए। राजस्व विभाग और नगर निगम की टीमें राहत कार्य में जुटी हैं। हालांकि जल भराव के समय जिम्मेदार गायब रहे। जलभराव के चलते सामान-राशन सब बर्बाद हो गया है।