दंतेवाड़ा। आज कलेक्टोरेट स्थित सभाकक्ष में कलेक्टर कुणाल दुदावत की अध्यक्षता में समाज कल्याण, जिला अंत्यावसायी तथा श्रम विभाग की महत्वपूर्ण योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान कलेक्टर दुदावत ने समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं की विस्तार से समीक्षा करते हुए यह सुनिश्चित करने को कहा कि समस्त पात्र पेंशनधारियों को पेंशन राशि हर माह की 7 तारीख तक उनके बैंक खातों में डीबीटी (प्रत्यक्ष लाभ अंतरण) के माध्यम से प्राप्त हो जाए। उन्होंने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि पेंशन हितग्राहियों के सत्यापन कार्य में तेजी लाई जाए और इसके लिए जनपद पंचायतों तथा नगरीय निकायों के बीच प्रभावी समन्वय स्थापित कर कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना के तहत प्राप्त आवेदनों पर समयबद्ध ढंग से कार्यवाही करते हुए पात्र हितग्राहियों को सहायता राशि का भुगतान सुनिश्चित किया जाए। कलेक्टर ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि जिले के किसी भी क्षेत्र में इस योजना से संबंधित प्रकरण लंबित नहीं रहने चाहिए।
बैठक में अंत्यावसायी विभाग की योजनाओं पर भी फोकस करते हुए कलेक्टर ने अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग के आर्थिक सशक्तिकरण हेतु संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए यह निर्देश दिए कि आदिवासी स्वरोजगार योजना एवं अंत्योदय स्वरोजगार योजना के लंबित लक्ष्यों को शीघ्र पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि इसके लिए संबंधित विभाग बैंक अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर लंबित प्रकरणों को शीघ्र स्वीकृत कराएं, ताकि लाभार्थियों को समय पर ऋण सुविधा मिल सके। इसके अलावा श्रम विभाग द्वारा पंजीकृत निर्माण श्रमिकों एवं असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए संचालित कल्याणकारी योजनाओं पर भी कलेक्टर ने विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया ओर विभागीय अधिकारियों से योजनाओं की विस्तृत जानकारी लेते हुए यह कहा कि प्रत्येक पंजीकृत श्रमिक तक योजनाओं का लाभ पहुंचे, यह सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। इसके अलावा जिला शिक्षा अधिकारी एवं डीपीएसओ अधिकारी से समन्वय स्थापित कर पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों को भी श्रम आधारित योजनाओं से लाभान्वित करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में श्रम विभाग की प्रमुख योजनाओं जैसे मिनीमाता महतारी जतन योजना, मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना, मुख्यमंत्री नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना, मुख्यमंत्री नोनी-बाबू शिक्षा सहायता योजना, मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना, मुख्यमंत्री सियान सहायता योजना, गणवेश एवं पाठ्य सामग्री योजना, निर्माण श्रमिक आवास सहायता योजना, निःशुल्क कोचिंग योजना, दीर्घायु सहायता योजना, असंगठित कर्मकार मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना, असंगठित कर्मकार बच्चों हेतु छात्रवृत्ति योजना एवं महतारी जतन योजना जैसी योजनाओं की अद्यतन प्रगति की गहन समीक्षा की गई। कलेक्टर दुदावत ने अधिकारियों को यह स्पष्ट निर्देश दिए कि सरकार द्वारा चिह्नित प्रत्येक योजना का लाभ वास्तविक जरूरतमंदों तक पहुंचे और कोई भी पात्र श्रमिक या नागरिक इन योजनाओं से वंचित न रह जाए। उन्होंने सभी विभागों से अपेक्षा जताई कि वे आपसी समन्वय से कार्य करते हुए विकास योजनाओं को धरातल पर प्रभावी ढंग से लागू करें। जिले में संचालित समाज कल्याण, जिला अंत्यावसायी तथा श्रम विभाग की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारियों के उपस्थित थे।