सब जेल सिहोरा में बंदियों के लिए कौशल विकास की मिसाल “श्रद्धा ज्योति” और “केश सुधा” से बंदियों को नई दिशा और आत्मनिर्भरता
सिहोरा
सब जेल सिहोरा में बंदियों के कौशल विकास और आत्मनिर्भरता के लिए एक अनूठी पहल की गई है। जेलर दिलीप नायक की धर्मपत्नी निधि नायक ने अपने ससुर स्व. पं. श्री कुंजबिहारी नायक की पुण्यतिथि पर बंदियों को प्रशिक्षण देते हुए नया प्रयोग शुरू किया। इस कदम से जेल में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ और बंदियों में उत्साह और आत्मविश्वास देखा गया। उन्होंने बंदियों को रेडी टू यूज घी आरती बत्ती और हर्बल हेयर पैक बनाने का हुनर सिखाया। लगभग पाँच हजार रुपये मूल्य की सामग्री दानस्वरूप जेल को भेंट की गई। प्रशिक्षण के बाद बंदियों ने स्वयं उत्पादन कर “श्रद्धा ज्योति” नाम से घी आरती बत्ती और “केश सुधा” नाम से आठ जड़ी-बूटियों से बना हर्बल हेयर पैक तैयार किया। ये उत्पाद शीघ्र ही कान्हा – मप्र जेल विक्रय केंद्र, भोपाल भेजे जाएंगे। निधि नायक ने बताया कि यह पहल बंदियों के कौशल विकास और पुनर्वास की दिशा में शुरुआती कदम है और इसे लगातार जारी रखा जाएगा। जेलर दिलीप नायक ने कहा कि छोटे नवाचार बंदियों में सकारात्मक बदलाव लाते हैं और उन्हें समाज की मुख्यधारा में आत्मनिर्भर बनाने में मदद करते हैं। यह पहल न केवल बंदियों को सशक्त बनाती है, बल्कि सेवा, भक्ति और सामाजिक जिम्मेदारी का प्रेरक उदाहरण भी पेश करती है।