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Premanand ji Maharaj: प्रेमानंद महाराज की आध्यात्मिक यात्रा –राधा-कृष्ण के अनन्य उपासक, विराट कोहली और शिल्पा शेट्टी तक भक्त – जानिए प्रेमानंद महाराज की जिंदगी का सफर

19 Sep 2025 | WEENEWS DESK | 4 views
Premanand ji Maharaj: प्रेमानंद महाराज की आध्यात्मिक यात्रा –राधा-कृष्ण के अनन्य उपासक, विराट कोहली और शिल्पा शेट्टी तक भक्त – जानिए प्रेमानंद महाराज की जिंदगी का सफर

नई दिल्ली। Premanand ji Maharaj:  धर्म और अध्यात्म की दुनिया में प्रेमानंद महाराज का नाम बेहद सम्मान से लिया जाता है। राधा-कृष्ण के अनन्य भक्त प्रेमानंद महाराज का वृंदावन स्थित श्रीहित राधा केलि कुंज आश्रम उनकी साधना का केंद्र है। उनके देश-विदेश में करोड़ों अनुयायी हैं, जिनमें विराट कोहली और शिल्पा शेट्टी जैसी बड़ी हस्तियां भी शामिल हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रेमानंद महाराज का जन्म कहां हुआ और उन्होंने आध्यात्मिक जीवन की ओर रुख क्यों किया?

कानपुर से मिली धर्म की प्रेरणा

प्रेमानंद महाराज का असली नाम अनिरुद्ध कुमार पांडेय है। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के सरसौल क्षेत्र के अखरी गांव में हुआ था। खेती-किसानी करने वाले परिवार में जन्मे प्रेमानंद के एक भाई संस्कृत के विद्वान थे, जिनके सानिध्य में उनका झुकाव धर्म-आध्यात्म की ओर हुआ। बचपन से ही वे भागवत कथा और हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे थे।

दीक्षा और संन्यास

13 साल की उम्र में उन्होंने पहली बार दीक्षा ली और उनका नाम आर्यन ब्रह्मचारी पड़ा। आगे चलकर राधा राधवल्लभी संप्रदाय में दीक्षा लेने के बाद उनका नाम आनंदस्वरूप ब्रह्मचारी हुआ। इसी परंपरा में आगे चलकर उन्हें प्रेमानंद गोविंद शरण नाम मिला और वे आज प्रेमानंद महाराज के नाम से विख्यात हैं।

काशी से वृंदावन की ओर

संन्यास के शुरुआती दौर में उन्होंने काशी (वाराणसी) में गंगा किनारे तपस्या और शिव उपासना में समय बिताया। तुलसी घाट पर चैतन्य लीला और रासलीला देखने के बाद उनके हृदय में राधा-कृष्ण भक्ति के लिए गहरी आस्था जागी। इसके बाद वे वृंदावन पहुंचे और राधावल्लभ मंदिर में गौरांगी शरण महाराज के सानिध्य में साधना की। लगभग 10 साल तक गुरुजी के साथ रहकर उन्होंने राधा-कृष्ण उपासना को जीवन का आधार बना लिया।

बीमारी के बीच भक्ति

करीब 35 वर्ष की उम्र में उनकी किडनियों में गंभीर संक्रमण हो गया। आज भी वे डायलिसिस पर निर्भर हैं, लेकिन भक्ति और सत्संग में उनकी दिनचर्या कभी नहीं रुकी। उन्होंने अपनी दोनों किडनियों का नाम “राधा” और “कृष्ण” रखा है।

श्रीहित राधा केलि कुंज आश्रम

2016 में उन्होंने वृंदावन के वराह घाट पर श्रीहित राधा केलि कुंज ट्रस्ट की स्थापना की। यह ट्रस्ट गरीबों की शिक्षा, स्वास्थ्य और समाजसेवा के कार्य करता है। प्रेमानंद महाराज तड़के 3 बजे आश्रम से पदयात्रा करते हैं और हजारों भक्त उनकी झलक पाने के लिए कतारों में खड़े रहते हैं।

करोड़ों अनुयायी और सेलिब्रिटी भक्त

प्रेमानंद महाराज के करोड़ों अनुयायी हैं। विराट कोहली, शिल्पा शेट्टी और संघ प्रमुख मोहन भागवत जैसे बड़े नाम भी उनके भक्तों में शामिल हैं। उनका आधिकारिक यूट्यूब चैनल “भजन मार्ग” पर उनके सत्संग और प्रवचन वीडियो आते हैं, जिनके 1.5 करोड़ से अधिक फॉलोअर्स हैं।

WEENEWS DESK
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