Mahasamund.�महासमुंद। आकांक्षी भारत सहयोग पहल के अंतर्गत पिरामल फाउंडेशन टीम द्वारा महासमुंद विकासखंड की ग्राम पंचायतों के 50 पंचायत सचिवों की सहभागिता से एकदिवसीय क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन जनपद पंचायत महासमुंद के सभाकक्ष में किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य पंचायत सचिवों को शासन की प्राथमिकताओं के अनुरूप योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन एवं पंचायत स्तर पर सहभागितापूर्ण विकास प्रक्रियाओं को सशक्त बनाना था। कार्याशाला में पिरामल फाउंडेशन का परिचय एवं राज्य शासन के साथ हुए समझौता ज्ञापन की जानकारी दी गई। एलएसडीजी (थीम आधारित सतत विकास लक्ष्य) के 9 प्रमुख विषयों की विस्तारपूर्वक चर्चा, पंचायत स्तर पर कम या बिना लागत की गतिविधियों के माध्यम से लक्ष्यों की पूर्ति पर जोर दिया गया।
जीपीपीएफटी (ग्राम पंचायत योजना एवं सुविधा दल) के गठन एवं सक्रियता पर विशेष सत्र, इसकी संरचना, उद्देश्य तथा कार्यान्वयन की प्रक्रिया पर गहन चर्चा की गई। जीपीपीएफटी के सदस्यों की भूमिकाएं और जिम्मेदारियां, सहभागी योजना निर्माण, नियमित बैठकें, विषयवार कार्ययोजना तथा समीक्षा व्यवस्था को प्रभावी बनाने पर ज़ोर दिया गया। सहभागियों के लिए स्टिकी नोट एवं चार्ट पेपर के माध्यम से इंटरएक्टिव शिक्षण गतिविधि एवं फीडबैक सत्र पर चर्चा की गई। इस अवसर पर ग्राम पंचायतों के सचिवों ने उत्साहपूर्वक भागीदारी करते हुए अपने-अपने ग्राम पंचायतों में जीपीपीएफटी मंच की स्थापना एवं नियमित बैठकें आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई। कार्यशाला में पिरामल फाउंडेशन की टीम के साथ स्थानीय प्रशासन के प्रतिनिधिगण एवं जनपद पंचायत अधिकारी भी उपस्थित रहे।