सिविल हॉस्पिटल सिहोरा की लड़खड़ाई इमरजेंसी सेवा
तीन चिकित्सकों के स्थानांतरण से बिगड़े हालात, तीन डॉक्टरों के भरोसे से ओपीडी
सिहोरा
सौ बिस्तरों के सिविल अस्पताल सिहोरा की इमरजेंसी सेवाएं एक बार फिर लड़खड़ा गई हैं। अस्पताल में पदस्थ तीन चिकित्सकों के स्थानांतरण के स्थिति लगातार खराब होती जा रही हैं। अस्पताल में इमरजेंसी के दौरान पहुंचने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिसके चलते चिकित्सक भी परेशान हैं। वहीं दूसरी तरफ सिर्फ तीन चिकित्सकों के भरोसे से ओपीडी और अस्पताल चल रहा है। इसके अलावा पोस्टमार्टम का कार्य भी इन्हीं तीन चिकित्सकों को करना पड़ रहा है।
ये है मामला
मध्य प्रदेश शासन स्वास्थ्य विभाग द्वारा सिविल अस्पताल में पदस्थ मेडिकल ऑफिसर डॉ पूजा रैकवार, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ सुशांत शर्मा एवं क्लास वन ऑफिसर डॉक्टर प्रवीण द्विवेदी का स्थानांतरण सिविल हॉस्पिटल सिहोरा से जबलपुर शहर अन्य अस्पताल में कर दिया गया। इमरजेंसी सेवाएं अस्पताल में 24 घंटे की होती है। 8-8 घंटे की शिफ्ट में डॉक्टर इमरजेंसी सेवाएं देते हैं। वहीं रात्रि कालीन सेवा देने वाला चिकित्सक अगले दिन रेस्ट पर रहता है इसके अलावा सप्ताह में एक दिन चिकित्सक अवकाश पर रहते हैं। ऐसे में तीन चिकित्सकों के स्थानांतरण होने से इमरजेंसी सेवाएं लड़खड़ा गई हैं। इसके पहले भी एनएचएम दो चिकित्सकों का में के आखिरी सप्ताह में स्थानांतरण हो गया था।
तीन चिकित्सकों के भरोसे इमरजेंसी और ओपीडी
वर्तमान में सिहोरा सिविल अस्पताल में मात्र तीन चिकित्सक पदस्थ है उन्हें तीन चिकित्सकों के भरोसे 24 घंटे की इमरजेंसी सेवाएं और ओपीडी काम हो रहा है चिकित्सकों को मजबूरी में 12-12 घंटे की ड्यूटी करनी पड़ रही है। मालूम रहे कि अस्पताल में इमरजेंसी के दौरान रोज 30 से 35 मामले सामने आते हैं।
ओपीडी में चार, इमरजेंसी में चार चिकित्सकों की आवश्यकता
सिविल हॉस्पिटल सिहोरा में वर्तमान में ओपीडी 400 मरीज के पर प्रतिदिन हो रही है। ओपीडी में मरीजों को देखने के लिए कम से काम की स्थिति में चार चिकित्सकों की तत्काल आवश्यकता है। वही 8-8 घंटे की इमरजेंसी सेवाओं के लिए चार चिकित्सक तो होने ही चाहिए।
इनका कहना
भोपाल से सिविल हॉस्पिटल सिहोरा में पदस्थ तीन चिकित्सकों के स्थानांतरण की जानकारी मुझे मिली है। इमरजेंसी सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करके चिकित्सकों को पदस्थ करने का प्रयास किया जाएगा ताकि मरीजों को परेशानी न हो।
संतोष बरकड़े, विधायक सिहोरा
सिहोरा सिविल अस्पताल में तीन चिकित्सकों का स्थानांतरण भोपाल स्तर पर किया गया है। प्रयास किया जाएगा कि जल्द से जल्द अस्पताल में रिक्त पड़े चार चिकित्सकों की जल्द से जल्द नियुक्ति की जाए।
संजय मिश्रा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जबलपुर