नई दिल्ली। Delhi blast case: राजधानी दिल्ली में हुए धमाके के बाद देशभर की सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट हैं। धमाके के मामले में अब तक कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है और छापेमारी का सिलसिला जारी है। गृह मंत्री अमित शाह ने सख्त तेवर दिखाते हुए कहा कि “इस हमले के दोषियों को ऐसी सज़ा दी जाएगी, जो दुनिया के लिए एक संदेश होगी।”
जांच में सामने आया है कि इस आतंकी साजिश में शामिल आरोपी मुज्जमिल की निशानदेही पर हरियाणा के नूंह (मेवात) इलाके में फर्टिलाइज़र बेचने वाले दुकानदारों को चिन्हित किया जा रहा है। आरोप है कि यहीं से भारी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट खरीदा गया था, जिससे धमाके में इस्तेमाल विस्फोटक तैयार किया गया।
स्पेशल सेल की टीम ने नूंह के फर्टिलाइज़र बाजार की पूरी वीडियोग्राफी कर जम्मू-कश्मीर पुलिस को भेजी है ताकि आरोपी डॉक्टर मुज्जमिल से पूछताछ के दौरान उन दुकानों की पहचान कराई जा सके, जहां से ये रासायनिक पदार्थ खरीदे गए थे।
सूत्रों के मुताबिक, अल फलाह यूनिवर्सिटी से इस पूरे आतंकी नेटवर्क का सीधा कनेक्शन सामने आया है। आरोपी डॉक्टरों — डॉ. मुज्जमिल, डॉ. उमर नबी और डॉ. शाहीन — के इस यूनिवर्सिटी से संबंध बताए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, फरार डॉक्टर नासिर को भी कश्मीर में जिहादी गतिविधियों के चलते बर्खास्त किए जाने के बावजूद अल फलाह यूनिवर्सिटी में नौकरी मिल गई थी। वहीं, डॉ. उमर को श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से अनुशासनहीनता के आरोप में हटाया गया था, लेकिन उसे भी यहां काम करने का मौका मिला।
गृह मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि दिल्ली पुलिस, एनआईए और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम देश के कई हिस्सों में दबिश दे रही है और जल्द ही इस केस में और चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।