बालोद। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने शनिवार को बालोद जिला कलेक्टर कार्यालय में विभागीय योजनाओं की गहन समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने जिले में संचालित शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं और विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी अधिकारियों से ली और आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए। बैठक की शुरुआत में कलेक्टर दीपक कुमार आहूजा ने उपमुख्यमंत्री को जिले में चल रही प्रमुख योजनाओं, जनकल्याण कार्यक्रमों, निर्माण कार्यों और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की स्थिति से अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, सड़क, बिजली, कृषि एवं महिला-बाल विकास सहित सभी क्षेत्रों में योजनाओं को धरातल पर उतारने का कार्य तेज गति से किया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने योजनाओं की धीमी गति पर नाराजगी जाहिर करते हुए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी योजनाएं तय समय-सीमा में पूरी हों और इनका लाभ अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा है कि योजनाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही बनी रहे तथा लोगों को बिना किसी भेदभाव के सेवाएं प्रदान की जाएं।
बालोद जिला कलेक्टर कार्यालय में विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की।
शासन की कल्याणकारी योजनाओं एवं विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए, ताकि योजनाओं का लाभ आमजन तक समयबद्ध और प्रभावी रूप से पहुंचे। pic.twitter.com/AW5zlieh6Z
— Vijay sharma (@vijaysharmacg) August 4, 2025
श्री शर्मा ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित योजनाओं की नियमित निगरानी की जाए और समय-समय पर फील्ड विजिट कर जमीनी हकीकत का मूल्यांकन किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि विकास कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और कार्य में कोताही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बैठक में उपमुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, कृषि यांत्रिकीकरण योजना, स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता, आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति और स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने विभागीय समन्वय के साथ कार्य करने और जनप्रतिनिधियों के सुझावों को गंभीरता से लेने की बात कही। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार का उद्देश्य सिर्फ योजनाएं बनाना नहीं, बल्कि उन्हें ज़मीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू करना है। इसके लिए सभी अधिकारियों को अपनी भूमिका समझकर समर्पण भाव से कार्य करना होगा। बैठक में जिला पंचायत सीईओ, एसपी, जिला शिक्षा अधिकारी, सीएमएचओ, पीडब्ल्यूडी, पीएचई, ग्रामीण विकास, कृषि, राजस्व, खाद्य एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। इस समीक्षा बैठक को जिले के समग्र विकास की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि शासन की योजनाओं का लाभ समय पर और पूरी पारदर्शिता के साथ आमजन तक पहुंचे।