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CG NEWS: कोंटा मे होता है ऐतिहासिक दशहरा,दशहरा समिति की नीली राजा को मिली कमान,इस वर्ष भी चार चाँद लगाने करेंगे प्रयास।

18 Sep 2025 | WEENEWS DESK | 5 views
CG NEWS: कोंटा मे होता है ऐतिहासिक दशहरा,दशहरा समिति की नीली राजा को मिली कमान,इस वर्ष भी चार चाँद लगाने करेंगे प्रयास।

सुकमा। CG NEWS: कोंटा नगर में इस वर्ष 69वां दुर्गा उत्सव एवं दशहरा महोत्सव बड़े ही धूमधाम और भव्यता के साथ मनाने की तैयारियाँ की जा रही हैं। दशहरा महोत्सव केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि सामाजिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से भी नगर का एक ऐतिहासिक पर्व बन चुका है। यही कारण है कि प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में श्रद्धालु, भक्तगण और नगरवासी इस महोत्सव में उत्साहपूर्वक शामिल होते हैं।

इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए 2025 का यह आयोजन और भी विशेष और अविस्मरणीय बनाने के उद्देश्य से मणिकेश्वर ट्रस्ट द्वारा एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में विभिन्न विषयों पर गंभीरता से चर्चा हुई तथा आयोजन की रूपरेखा तय की गई।

बैठक में सर्वसम्मति से एक अहम निर्णय लिया गया, जिसके तहत नीली राजा (शिक्षक) को दुर्गा उत्सव समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। सभी उपस्थित गणमान्य नागरिकों एवं सदस्यों ने एक स्वर से इस निर्णय का स्वागत किया और विश्वास जताया कि उनके नेतृत्व में इस वर्ष का दशहरा महोत्सव भव्य और ऐतिहासिक स्वरूप में संपन्न होगा।

नीली राजा की नियुक्ति से न केवल समिति के सदस्य बल्कि आम नागरिकों में भी हर्ष का माहौल देखने को मिला। लोगों का मानना है कि शिक्षा क्षेत्र से जुड़े होने के कारण वे समाज की नब्ज़ को भली-भांति समझते हैं और उनके नेतृत्व में कार्यक्रम अनुशासन, संस्कृति और गरिमा के साथ संपन्न होगा।

बैठक में महोत्सव की तैयारियों को लेकर कई अहम बिंदुओं पर विचार किया गया। जिनमें मुख्य रूप से दुर्गा पंडाल की सजावट, भक्तों के लिए उचित व्यवस्था, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन, विसर्जन यात्रा की रूपरेखा तथा नगर में शांति और सौहार्द बनाए रखने के उपायों पर चर्चा शामिल रही। ट्रस्ट के सदस्यों ने आपसी सहयोग और सामूहिक जिम्मेदारी की भावना को आगे रखते हुए यह संकल्प लिया कि महोत्सव में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। आयोजन समिति ने नगरवासियों से भी अपील की कि वे उत्सव की सफलता में सक्रिय भागीदारी निभाएँ।

मूर्ति को अंतिम रूप दे रहे है मूर्ति कलाकार
मूर्ति निर्माण का कार्य भी अंतिम चरण में पहुँच चुका है। मूर्ति कलाकार लगातार दिन-रात परिश्रम करते हुए माँ दुर्गा की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। बताया गया कि इस बार की प्रतिमा अपने विशेष आकर्षण और कलात्मकता के कारण दर्शकों को भाएगी। मूर्ति कलाकारों की मेहनत नगरवासियों को एक अनोखी छवि और अद्भुत अनुभव प्रदान करेगी। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी प्रतिमा की ऊँचाई और भव्यता पर विशेष ध्यान दिया गया है। समिति ने आश्वासन दिया कि प्रतिमा का अनावरण होते ही श्रद्धालु माँ दुर्गा के दिव्य स्वरूप को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाएँगे।

नगर के वरिष्ठ नागरिकों का कहना है कि दशहरा महोत्सव केवल एक धार्मिक अनुष्ठान भर नहीं है, बल्कि यह समाज को जोड़ने और सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत बनाए रखने का भी माध्यम है। बच्चों और युवाओं को भारतीय संस्कृति और परंपरा से जोड़ने का यह अवसर उनके व्यक्तित्व निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

यही कारण है कि नगरवासी इस पर्व की तैयारियों में विशेष उत्साह दिखाते हैं और पूरे उत्सव काल में नगर का वातावरण भक्ति और उल्लास से सराबोर रहता है। मणिकेश्वर ट्रस्ट की ओर से यह भी कहा गया कि सुरक्षा और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। नगर के प्रमुख स्थलों पर सफाई, प्रकाश व्यवस्था और यातायात नियंत्रण की दिशा में प्रशासन से समन्वय स्थापित किया जाएगा। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए अलग से प्रबंध किए जाएँगे। वहीं, विसर्जन यात्रा के दौरान किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो, इसके लिए स्वयंसेवकों की विशेष टीम भी गठित की जाएगी।

बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि महोत्सव के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय कलाकार अपनी कला और प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। साथ ही धार्मिक प्रवचन, भजन-संध्या और गरबा-डांडिया जैसे पारंपरिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएँगे। इन आयोजनों का उद्देश्य समाज में भाईचारे और सौहार्द को बढ़ावा देना है। इस प्रकार, मणिकेश्वर ट्रस्ट और आयोजन समिति की ओर से की जा रही तैयारियाँ इस बात का संकेत हैं कि 69वां दुर्गा उत्सव एवं दशहरा महोत्सव इस बार पहले से भी अधिक भव्यता और ऐतिहासिकता के साथ मनाया जाएगा। नीली राजा के नेतृत्व में यह महोत्सव न केवल नगर की पहचान बनेगा, बल्कि क्षेत्रीय स्तर पर भी नई मिसाल कायम करेगा।

WEENEWS DESK
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