Mahasamund.�महासमुंद। छत्तीसगढ़ के वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने आज महासमुंद जिले के सरायपाली क्षेत्र में लोकतंत्र सेनानी जगदीश लाल के निवास पर पहुंचकर उनका आशीर्वाद लिया और उनके अद्वितीय संघर्ष को नमन किया। इस अवसर पर वित्तमंत्री चौधरी ने कहा कि जगदीश लाल जी का योगदान आपातकाल के दौर में लोकतंत्र को बचाने में अमूल्य रहा है। वर्ष 1977 में आपातकाल के दौरान उन्होंने जेल की यातनाएँ झेलीं, लेकिन कभी भी लोकतंत्र की ज्योति को मंद नहीं होने दिया।
आज महासमुंद के सरायपाली में लोकतंत्र सेनानी श्री जगदीश लाल जी से उनके निवास पर मिलकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने 1977 के आपातकाल में जेल की यातनाएँ सहते हुए भी लोकतंत्र की ज्योति को बुझने नहीं दिया।
श्री जगदीश लाल जी 1967 में कालीकट, केरल में आयोजित जनसंघ अधिवेशन में… pic.twitter.com/7RvXkCiRHi
— OP Choudhary (@OPChoudhary_Ind) July 28, 2025
जनसंघ से भारतीय जनता पार्टी तक का सफर
जगदीश लाल का राजनीतिक जीवन जनसंघ से प्रारंभ होकर भाजपा तक लगातार सक्रिय रहा है। वे 1967 में केरल के कालीकट में आयोजित जनसंघ अधिवेशन में पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी के साथ शामिल हुए थे। इस ऐतिहासिक अवसर की यादें आज भी उन्हें गौरवान्वित करती हैं।
भाजपा के गठन में अहम भूमिका
1980 में भारतीय जनता पार्टी के गठन के समय से ही वे पार्टी से जुड़ गए थे और तब से अब तक 88 वर्ष की आयु में भी पूरी निष्ठा के साथ पार्टी कार्य कर रहे हैं। उनका समर्पण और पार्टी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता आज की पीढ़ी के कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि ऐसे सेनानियों का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है, जिन्होंने लोकतंत्र की रक्षा के लिए अपने जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष संघर्ष और बलिदान में समर्पित कर दिए। उन्होंने जगदीश लाल जी के अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना भी की।