बिलासपुर। रात के अंधेरे में एक ऐसा खतरनाक मेहमान आपके घर में घुस सकता है, जिसकी आहट भी नहीं होती और अगर इसने काट लिया, तो इंसान को पता भी नहीं चलता. हम बात कर रहे हैं कॉमन करैत की, जिसे आम बोलचाल में कमान करैत या गेहुंआ करैत भी कहते हैं. यह सांप अपनी साइलेंट किलर इमेज के लिए देशभर में कुख्यात है.
क्यों है यह इतना खतरनाक?
कॉमन करैत की सबसे बड़ी खासियत इसकी छिपी हुई प्रकृति है. यह आमतौर पर रात में ही शिकार पर निकलता है और इसका जहर इतना खतरनाक होता है कि सोते हुए व्यक्ति को काटने पर अक्सर पता ही नहीं चलता. जानकारों के मुताबिक, यह सांप घरों के अंदर, बिस्तरों में या कपड़ों के ढेर में छिपना पसंद करता है.
ना डसने की आवाज: अन्य सांपों की तरह यह फुफकारता नहीं है, जिससे इसके आसपास होने का आभास नहीं होता.
ना काटने का निशान: इसके दांत छोटे होते हैं, इसलिए काटने पर अक्सर कोई बड़ा निशान नहीं बनता, जिससे लोग इसे मामूली कीड़े का काटना समझ लेते हैं.
घातक न्यूरोटॉक्सिक जहर: इसका जहर सीधे तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) पर हमला करता है, जिससे शुरुआत में पेट दर्द, उल्टी, धुंधला दिखाई देना जैसे लक्षण आते हैं, जो अक्सर रात में नींद में ही शुरू होते हैं. इलाज न मिलने पर सांस लेने में दिक्कत और फिर मौत भी हो सकती है.
बचने के लिए क्या करें?
रात में जमीन पर न सोएं.
बिस्तर को अच्छी तरह झाड़ लें, खासकर अगर वह जमीन के करीब हो.
मच्छरदानी का प्रयोग करें और उसे जमीन से सटाकर रखें.
घरों के आसपास झाड़ियां और कबाड़ जमा न होने दें, क्योंकि यह इनकी पसंदीदा जगह होती है.
अगर किसी भी प्रकार का संदेह हो या रात में हल्का सा भी कटने का एहसास हो, तो तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचें. समय रहते इलाज मिलने से जान बच सकती है.
वन्यजीव विशेषज्ञ बताते हैं कि कॉमन करैत स्वभाव से शर्मीला होता है और इंसानों से दूर रहना पसंद करता है, लेकिन खतरा महसूस होने पर यह तुरंत हमला कर देता है. ऐसे में सतर्कता और जानकारी ही जान बचाने का सबसे बड़ा हथियार है.