गरियाबंद, 29 अक्टूबर 2025।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी भगवान सिंह उइके ने बुधवार को विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्यक्रम के संबंध में राजनीतिक दलों की बैठक ली और मीडिया प्रतिनिधियों से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी साझा की।
उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशानुसार प्रत्येक मतदान केंद्र पर लगभग 1,000 मतदाता पंजीकृत होते हैं और हर केंद्र के लिए एक बूथ स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) नियुक्त किया गया है। बीएलओ घर-घर जाकर नए मतदाताओं से फॉर्म-6 एकत्र करेंगे, आधार लिंकिंग में सहायता करेंगे और मृत या स्थानांतरित मतदाताओं की पहचान करेंगे।
कलेक्टर ने बताया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ) और सहायक निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी (एईआरओ) की नियुक्ति की गई है, जो दावे और आपत्तियों पर निर्णय लेकर अंतिम मतदाता सूची तैयार करेंगे। जिला मजिस्ट्रेट प्रथम अपील और मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वितीय अपील की सुनवाई करेंगे।
कार्यक्रम की समय-सारणी
कलेक्टर ने जानकारी दी कि विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत:
मतदाता सूची की शुद्धता लोकतंत्र की नींव — कलेक्टर उइके
कलेक्टर ने जिले के सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से अपील की कि वे अपने बूथ स्तरीय एजेंटों (बीएलए) के माध्यम से निर्वाचन आयोग के कर्मचारियों को पूरा सहयोग दें, ताकि कोई भी पात्र मतदाता छूटे नहीं और अपात्र नामों को सूची से हटाया जा सके।
उन्होंने कहा कि मतदाता सूची की शुद्धता ही लोकतंत्र की असली नींव है, इसलिए सभी नागरिकों की जिम्मेदारी है कि वे इस पुनरीक्षण प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लें।
574 मतदान केंद्र, 32 नए केंद्रों का प्रस्ताव
कलेक्टर ने बताया कि जिले में वर्तमान में 574 मतदान केंद्र हैं। निर्वाचन आयोग को 32 नए मतदान केंद्र बनाए जाने का प्रस्ताव भेजा गया है। आयोग से स्वीकृति मिलने के बाद जिले में कुल मतदान केंद्रों की संख्या 606 हो जाएगी।
वर्तमान स्थिति के अनुसार जिले में कुल 4,69,476 मतदाता हैं, जिनमें 195 सेवा मतदाता शामिल हैं।
बैठक में विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारी, मीडिया प्रतिनिधि, उप जिला निर्वाचन अधिकारी पंकज डाहिरे और संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।