Bastar.�बस्तर। केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू आज अपने बस्तर प्रवास के दौरान विश्रामगृह पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर (सलामी) दी, जबकि स्थानीय जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और पदाधिकारियों ने पुष्पगुच्छ और स्मृति चिह्न भेंट कर उनका
आत्मीय अभिनंदन किया। तोखन साहू ने इस सम्मान के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, “पुलिसकर्मियों द्वारा दी गई सलामी और पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के स्नेहपूर्ण स्वागत से मैं हृदय से अभिभूत हूं। यह स्नेह और सम्मान मेरे जनसेवा के संकल्प को और अधिक दृढ़ बनाता है।” उन्होंने कहा कि बस्तर की धरती वीरता, संस्कृति और अतुलनीय प्राकृतिक सौंदर्य की प्रतीक है और यहां आकर उन्हें विशेष ऊर्जा का अनुभव होता है।
कार्यक्रम के दौरान स्थानीय लोगों ने राज्यमंत्री को क्षेत्र की विकास योजनाओं, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों से अवगत कराया। तोखन साहू ने आश्वासन दिया कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर बस्तर के सर्वांगीण विकास के लिए हरसंभव प्रयास करेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि बस्तर में शांति और विकास के लिए पुलिस, प्रशासन और जनता के बीच बेहतर तालमेल जरूरी है। विश्रामगृह में आयोजित स्वागत समारोह में पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे। इस दौरान पारंपरिक ढोल-नगाड़ों और बस्तर की लोकसंस्कृति से जुड़े नृत्य-गीतों के जरिए स्वागत किया गया, जिससे पूरा माहौल उत्साह और उमंग से भर गया।
राज्यमंत्री ने पुलिस बल की मेहनत और त्याग की सराहना करते हुए कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में काम करना चुनौतियों से भरा होता है, लेकिन बस्तर पुलिस ने लगातार साहस और समर्पण का परिचय दिया है। उन्होंने जवानों को भरोसा दिलाया कि उनकी सुरक्षा और सुविधाओं के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। समारोह के अंत में तोखन साहू ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह सम्मान उनके लिए सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि जनता के विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने बस्तर के उज्जवल भविष्य के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया।