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कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों ने भाग लिया। सिटी कोतवाली प्रभारी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि डिजिटल युग में युवाओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती साइबर अपराधों से खुद को सुरक्षित रखना है। उन्होंने छात्रों को फर्जी लिंक, ओटीपी शेयरिंग, और ऑनलाइन ठगी से सावधान रहने की सलाह दी।
यादव ने कहा कि “आज के विद्यार्थी देश का भविष्य हैं। यदि आप अनुशासित रहेंगे, अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहेंगे और माता-पिता व गुरुजनों का आदर करेंगे, तो जीवन में कोई भी मंज़िल कठिन नहीं रहेगी। समाज और राष्ट्र के विकास में युवा वर्ग की सकारात्मक भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
उन्होंने यह भी कहा कि “सोशल मीडिया का उपयोग सोच-समझकर करें। वहां आपकी एक छोटी-सी गलती भी बड़ी परेशानी खड़ी कर सकती है। व्यक्तिगत जानकारी किसी अनजान व्यक्ति या वेबसाइट पर साझा न करें।”
कार्यक्रम में उन्होंने ‘अभिव्यक्ति एप’ के बारे में भी विद्यार्थियों को बताया, जिसके माध्यम से आमजन सीधे पुलिस प्रशासन से अपनी समस्याएं साझा कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने छात्रों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया और कहा कि “सड़क पर हेलमेट और सीट बेल्ट जीवन की ढाल हैं, इन्हें आदत बनाएं।”
इस मौके पर विद्यालय के शिक्षकों ने थाना प्रभारी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम विद्यार्थियों के समग्र विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। कार्यक्रम का संचालन शिक्षकगणों द्वारा किया गया तथा अंत में विद्यार्थियों ने भी सवाल-जवाब सत्र में सक्रिय भागीदारी दिखाई।
“हमारा उद्देश्य है कि हर विद्यार्थी न केवल पढ़ाई में आगे बढ़े, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक बनकर समाज में योगदान दे। अनुशासन, समर्पण और आदर्श आचरण ही जीवन की सच्ची सफलता की कुंजी है। पुलिस विभाग का प्रयास है कि इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से हम नई पीढ़ी को जागरूक और आत्मनिर्भर बना सकें।”
 
  