रायगढ़। CG NEWS : नगर निगम रायगढ़ के ऑडिटोरियम की दीवार टूटने की घटना ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। करीब दस साल पहले इस ऑडिटोरियम का निर्माण कार्य किया गया था, जिसके लिए एसईसीएल द्वारा कलेक्टर के निर्देश पर लाखों रुपए की फंडिंग की गई थी।
जानकारी के अनुसार, निर्माण कार्य ठेकेदार द्वारा निर्धारित समय से काफी देर में और बेहद धीमी गति से पूरा किया गया था। निर्माण की निगरानी में लापरवाही और गुणवत्ता की अनदेखी की बात पहले भी सामने आती रही है। ऑडिटोरियम के हैंडओवर के समय ही दीवारों में दरारें देखी गई थीं, जिन्हें नजरअंदाज कर दिया गया। अब, वर्षों बाद वही दरारें गंभीर रूप ले चुकी हैं और दीवार का हिस्सा टूटकर गिर चुका है। कुछ लोगों का कहना है कि दीवार एक मोबाइल मेडिकल वैन की टक्कर से टूटी है, लेकिन इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं हो पाई है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यदि निर्माण कार्य सही ढंग से हुआ होता तो दीवार इतनी आसानी से नहीं टूटती। साथ ही, टूटी दीवार की अब तक मरम्मत न होना नगर निगम की उदासीनता को दर्शाता है। यह घटना न केवल सरकारी धन की बर्बादी को उजागर करती है, बल्कि भविष्य में ऐसी निर्माण परियोजनाओं की गुणवत्ता पर सख्त निगरानी की आवश्यकता को भी रेखांकित करती है। नगर निगम और जिम्मेदार अधिकारियों से जवाबदेही तय करने की मांग की जा रही है।