अतिक्रमण की गिरफ्त में एन.एच. 30 के यात्री प्रतीक्षालय अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान मिलीभगत का अंदेशा
सिहोरा
भारत सरकार के सड़क एवं परिवहन मंत्रालय द्वारा जबलपुर से रीवा फोर लाइन सड़क का निर्माण किया गया था। सड़क के निर्माण के समय गांव के आसपास आवागवन करने वाले राहगीरों के लिए एन.एच.ए.आई विभाग द्वारा यात्री प्रतीक्षालय का निर्माण किया गया था, परंतु अनेक जगहों पर हाईवे पर बने इन यात्री प्रतिक्षालयों में दुकानदारों का अवैध कब्जा होता जा रहा है। जिससे राहगीरों को अपने वाहनों के इंतजार करने के लिए बैठने में असुविधा हो रही है। इन यात्री प्रतिक्षालयों में अस्थाई रूप से चाय पान गन्ना का जूस चिप्स कुरकुरे आलू बंडा समोसा की दुकान संचालित हो रही हैं एवं शाम होते ही ये यात्री प्रतीक्षालय शराब खोरी का अड्डा भी बन जाते हैं। जिससे अनेकों बार राहगीरों व मुसाफिरों के साथ लूटपाट की भी घटना घटित हो चुकी है। अवैध अधिकरण हटाने नहीं करते करवाई गौरतलब है की इसी सडक से एनएचएआई के वरिष्ठ अधिकारी से लेकर निचले स्तर के अधिकारी व इस सड़क का मेंटेनेंस करने वाली कंपनी के निजी कर्मचारी शासकीय कर्मचारी दिन रात गुजरते हैं परंतु उनके द्वारा इन यात्री प्रतिक्षालयों से अवैध कब्जा हटाने के कोई भी प्रयास नहीं किए गए। इससे स्पष्ट रूप से जाहिर होता है की मिली भगत से यह दुकाने संचालित हो रही हैं स्मरण रहे की पनागर से सिहोरा के बीच बने यात्री प्रतिक्षालयों का अधिकारी स्वयं निरीक्षण कर हो रहे कब्जे को देख सकते हैं