वहीं इस मामले में ग्रामीणों ने आरोप लगाए हैं कि गौठान पूरी तरह कीचड़ से भरा हुआ है, गौठान में न में ना चारा है ना पानी और ना ही गौवंशों को सुरक्षित ठिकाना मिला है। लगातार बारिश और कीचड़ में फंसे रहने से मवेशियों की हालत बिगड़ गई। भूख और बारिश में भीगने से उनकी मौत हुई है।