स्कूल बसों में क्षमता से अधिक बैठाए रहे बच्चे
अनदेखी : 50 सीटर में बैठाए जा रहे 70-75 छात्र, मासूमों की जान से खिलवाड़, अफसरों का ध्यान नहीं
सिहोरा
स्कूली वाहन चालक परिवहन विभाग के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। सिहोरा में निजी स्कूल बसों में क्षमता से अधिक बच्चों को ठूंस-ठूंसकर बैठाया जा रहा है। स्थिति ये है कि 50 सीटर स्कूल बस में 75 से 80 बच्चों को बैठार उनकी जान से खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। इसके बावजूद वाहन चालक और निजी स्कूल संचालकों के खिलाफ न तो परिवहन विभाग कार्रवाई कर रहा है और न स्थानीय प्रशासन।
बसों से सुरक्षा जालियां नहीं, चालकों की ड्रेस नदारत
निजी स्कूल बसों में खिड़कियों में लगने वाली सुरक्षा जाल तक नहीं है। इस मामले को लेकर अभिभावकों ने स्थानीय प्रशासन से कई बार शिकायत की लेकिन स्थानीय प्रशासन ने आज तक ऐसी स्कूल बसों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की बस चलाने वाले चालक भी बगैर ड्रेस के बसें चला रहे हैं। कई बसों में गाइडलाइन के मुताबिक ना तो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और न ही जीपीआरएस सिस्टम।
बीमा और फिटनेस तक हो चुका है खत्म !
सिहोरा और खितौला में संचालित निजी स्कूल बसों की सही तरीके से यदि जांच की जाए तो अधिकतर बेसन की बीमा और फिटनेस का खत्म हो चुके हैं।
अभिभावकों की शिकायत दरकिनार
निजी स्कूल बसों में क्षमता से अधिक बच्चों को बैठने और खड़े-खड़े स्कूल से घर और घर से स्कूल आने के मामले को लेकर अभिभावकों ने कई बार स्कूल प्रबंधन को शिकायत तो की लेकिन अभिभावकों की शिकायत को स्कूल प्रबंधन द्वारा दरकिनार कर दिया गया।
35 से 40 संचालित है निजी स्कूल
सिहोरा और खितौला में करीब 30 से 40 निजी स्कूल संचालित है इन स्कूलों में छात्र-छात्राओं को बसों से लाया और ले जाया जाता है। सिहोरा के स्थानीय प्रशासन के अधिकारी रोजाना ऐसी स्कूल बसों को देखते हैं जहां क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाया जा रहा है और कई जगह तो बच्चे खड़े भी उन्हें नजर आते हैं लेकिन इस उनका ध्यान कभी नहीं जाता।
इनका कहना
बस में जितनी सीट निर्धारित है उससे अधिक बच्चों को बसों में नहीं बैठाया जा सकता यदि ऐसा हो रहा है तो ऐसे निजी स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। स्कूल बसों कि जल्द ही जांच का अभियान शुरू किया जाएगा।
रूपेश सिंघई, एसडीएम सिहोरा
विज्ञापन के लिए संपर्क करें मोबाइल नंबर 8819052418