बिलासपुर: शहर में फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर चोरी करने वाले गिरोह पर बिलासपुर पुलिस ने बड़ी कार्यवाही की है। पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह के कुशल मार्गदर्शन में गठित एसीसीयू टीम और सिरगिट्टी थाना की संयुक्त कार्यवाही से गिरोह की दो महिला सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से चोरी के 30 लाख रुपये बरामद किए गए हैं।
घटना 13 अगस्त 2024 की है जब सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में रहने वाले कृष्ण कुमार मिश्रा ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि जब वे रात को राजनांदगांव से वापस आए, तो घर पर चोरी की वारदात का पता चला। दिन में करीब 12 से 1 बजे के बीच चार पुरुष और दो महिलाएं उनके घर में घुस आए। इन सभी ने खुद को क्राइम ब्रांच अधिकारी बताते हुए अपने गले में परिचय पत्र लटकाए हुए थे। उन्होंने घर की महिलाओं को धमकाते हुए कहा कि यदि वे हिलीं तो उन्हें जान से मार देंगे।
चोरों ने घर में रखी एक पेटी की तलाश की, जिसमें पैसा और जमीन के कागजात थे। यह पेटी सकरी निवासी विधा प्रकाश पांडेय द्वारा रखवाई गई थी। पेटी लेकर ये लोग फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। एसीसीयू टीम और सिरगिट्टी थाना की संयुक्त टीम ने घटना स्थल के आसपास लगे 300 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिससे संदिग्धों की पहचान हुई।
सायबर सेल की तकनीकी सहायता से आरोपियों का लोकेशन शहर के अंदर ही पता चला। इसके बाद पुलिस ने सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध तरीके से घेराबंदी कर गिरोह की दो महिला सदस्य सिंधु वैष्णव और रानी बैरागी को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से चोरी की गई 30 लाख रुपये की राशि बरामद की गई। पुलिस ने गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान कर ली है और उनकी तलाश जारी है।
इस सफलता पर पुलिस अधीक्षक ने एसीसीयू टीम, सिरगिट्टी थाना प्रभारी और सायबर सेल के स्टाफ की सराहना की है और उन्हें पुरस्कार देने की घोषणा की है। साथ ही, उन्होंने शहरवासियों से अपील की है कि वे अपने घर और दुकानों में अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगवाएं, जिससे अपराधियों की पहचान में सहायता मिल सके।
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