

बिलासपुर। नगर निगम के 15-20 वार्डों के नक्शे में बड़े बदलाव होने जा रहे हैं। परिसीमन प्रक्रिया के तहत क्षेत्रफल और आबादी के हिसाब से बड़े वार्डों को पास के छोटे वार्डों में मर्ज किया जाएगा। हालांकि, किसी भी वार्ड की पहचान नहीं बदलेगी। वार्ड क्रमांक और नाम यथावत रहेंगे। यह प्रक्रिया 8 जुलाई को अधिसूचना जारी होने के बाद शुरू होगी।
शहर का दायरा सकरी से रेलवे क्षेत्र तक फैला हुआ है। नगर निगम के वार्डों के परिसीमन के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। फिलहाल, वार्ड के वोटरों की संख्या और आबादी की जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि परिसीमन में आसानी हो सके। दरअसल, विभाग ने 2011 की जनगणना के आधार पर परिसीमन का आदेश दिया है, जबकि 13 साल बाद आबादी में काफी बदलाव आ चुका है। कलेक्टर ने भी निगम से वार्डों का नक्शा मंगाया है, जिससे बड़े और छोटे वार्डों का आंकलन कर उन वार्डों में परिसीमन की तैयारी शुरू की जा सके।
नगर निगम के कई वार्ड ऐसे हैं, जहां वोटरों की संख्या 12 हजार से ज्यादा है, जबकि कुछ वार्डों में यह संख्या चार हजार के आसपास है। इस असमानता के चलते विकास कार्यों के लिए राशि आवंटन में भेदभाव की स्थिति उत्पन्न होती है और बड़े वार्डों के जनप्रतिनिधियों को भी परेशानी होती है। परिसीमन के बाद ऐसी समस्याओं का समाधान हो सकेगा।
नगर निगम के पास वर्तमान में वार्डवार जनसंख्या की जानकारी नहीं है। 2011 की जनगणना के अनुसार, शहर की आबादी 5.14 लाख है, जिसमें निगम में शामिल हुए 18 गांव और 3 निकाय भी शामिल हैं। निगम स्तर पर इसके लिए कोई सर्वे नहीं हुआ है। निगम का कहना है कि वार्डवार आबादी की जानकारी जुटाई जा रही है। इसके लिए पार्षदों से भी संपर्क किया जा रहा है। इसके अलावा निर्वाचन शाखा से वोटर लिस्ट की जानकारी मांगी गई है।
इस परिसीमन के बाद नगर निगम को विकास कार्यों में पारदर्शिता और सुचारू रूप से संचालन में मदद मिलेगी। जनप्रतिनिधियों को भी अपने क्षेत्र में विकास कार्यों को उचित रूप से करने का अवसर मिलेगा। आगामी दिनों में वार्डों के परिसीमन के बाद शहर का स्वरूप और प्रशासनिक कार्य प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेंगे।

मोबाइल – 9425545763