बिलासपुर। लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने अपनी-अपनी तैयारी शुरू कर दिया है ।वही दोनों पार्टियों में दावेदारों की एक लंबी फेहरिस्त भी बननी शुरू हो गई है। सभी पार्टी के दावेदार अपना-अपना बायोडाटा बनाकर आला कमान को भेजने की तैयारी में जुटे हुए है।
बिलासपुर लोकसभा में भाजपा की पकड़,
बिलासपुर लोकसभा की बात करें ,तो हमेशा से ही बिलासपुर लोकसभा बीजेपी के लिए फायदेमंद साबित हुई है । पिछले लंबे समय से बिलासपुर से भाजपा के अलग-अलग सांसद चुनकर लोकसभा में पहुंचे हैं ।वहीं कांग्रेस के लिए बिलासपुर लोकसभा की सीट लंबे समय से चुनौती बनी हुई है । 2019 लोकसभा चुनाव में भी प्रदेश में सत्ता होने के बावजूद बिलासपुर लोकसभा की सीट से कांग्रेस हार गई थी। जबकि इस सीट से वर्तमान उपमुख्यमंत्री अरुण साव वर्तमान कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव को हराकर लोकसभा पहुंचे थे। जिन्हें बाद में भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष बनाया था ।अब वह प्रदेश के उपमुख्यमंत्री हैं।
भाजपा कांग्रेस में महिलाओ की दावेदारी,
लोकसभा चुनाव के लिए दोनों पार्टियों में महिला दावेदारों की लंबी फेहरिस्त बनी हुई है। दोनों पार्टियों की महिला नेत्री बिलासपुर लोकसभा को लेकर तैयारियों में नजर आ रही है।वही आला कमान तक बायोडाटा भेजने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। बिलासपुर लोकसभा की बात करें,तो लंबे समय से दोनों पार्टियों ने किसी महिला प्रत्याशी को मैदान में नहीं उतरा है। वहीं पिछले कई लोकसभा चुनाव से दोनों पार्टियों की महिला उम्मीदवारों ने अपनी दावेदारी पार्टी में प्रस्तुत भी की है।
भाजपा मध्य मंडल की पूर्व अध्यक्ष ने ठोकी ताल..
लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी की महिला विंग में जिला मंत्री और मध्य मंडल की पूर्व अध्यक्ष सुधा गुप्ता ने ताल ठोकी है। बता दे कि, सुधा संतोष गुप्ता की राजनीतिक पृष्ठभूमि उनके पक्ष में माहौल बना रही है। बचपन से ही राजनीति में सक्रिय सुधा संतोष गुप्ता बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से स्नातक तक की शिक्षा प्राप्त की है और वर्तमान में उन्हें भाजपा की महिला विंग में जिला मंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल रही है। सुधा संतोष गुप्ता अग्रहरि समाज के महिला विंग की अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी निभा रही है, वही उनका लंबा राजनीतिक अनुभव उनके पक्ष में माहौल तैयार करता दिखाई दे रहा हैं।