सिविल हाॅस्पिटल सिहोरा के आॅक्सीजन प्लांट में जगह-जगह लीकेज
लापरवाही: मेन्टेनेस का अता-पता नहीं, लंबे समय से नहीं हुई मॉक ड्रिल, बार-बार केबिल हो रही गर्म
सिहोरा
कोविड के दौरान लोगों की जान बचाने के लिए सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए थे, लेकिन इनका मेंटेनेंस नहीं होने से ऑक्सीजन प्लांट दम तोड़ रहे हैं। कोविद-19 के नए सब वेरिएंट जेएन 1 के लगातार मामले सामने आने के बाद प्रदेश सरकार ने अलर्ट जारी करते हुए केंद्र की गाइडलाइन जारी कर दी है। सिविल हॉस्पिटल सिहोरा में कोविड के दौरान पीएम केयर फंड से ऑक्सीजन प्लांट लगाया तो गया था, लेकिन ऑक्सीजन प्लांट की पाइप लाइन जगह-जगह का लीक हो रही है।
दो साल पहले ड्रायर और कंप्रेसर हो गया था खराब
पीएम केयर फंड से सिविल हॉस्पिटल सिहोरा में पीएसए (प्रेशर स्विंग एब्साप्र्शन) तकनीक का 500 एलपीएम क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट 2021 में लगाया गया था, लेकिन ऑक्सीजन प्लांट कर रखरखाव सही तरीके से नहीं किया गया। जिसके कारण ऑक्सीजन प्लांट में बार-बार गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। इसके पहले दो साल पहले केबिल के गर्म होने से ड्रायर और कंप्रेसर खराब हो गए थे।
सिर्फ 32 बेड तक आॅक्सीजन की सप्लाई
सिविल हॉस्पिटल सिहोरा में लगाए गए ऑक्सीजन प्लांट की लंबे समय से मॉक ड्रिल भी नही हुई। दो साल पहले पहले ऑक्सीजन प्लांट की केबिल गर्म होने पर शॉर्ट सर्किट हो गया था, हालांकि बाद में इसे सुधार दिया गया। ऑक्सीजन प्लांट की सप्लाई अभी नए वार्डों तक नहीं पहुंची। सिर्फ 32 बेड तक ही ऑक्सीजन प्लांट की सप्लाई है।
खास खास
करीब सवा करोड की लागत से लगाया गया था आक्सीजन प्लांट
500 मीटर प्रति मिनिट क्षमता है आॅक्सीजन प्लांट की
पीएम केयर फंड से अक्टूबर 2021 में हुआ था तैयार
32 बेड के मरीजों को एक साथ पहुंचाई जा सकती है ऑक्सीजन
इनका कहना
हास्पिटल के आॅक्सीजन प्लांट की पाइप लाइन मंे कई जगह लीकेज है। हालांकि प्लांट पूरी तरह चालू है और आॅक्सीजन की शुद्धता 95 प्रतिशत है। कोविड के नए वेरीएंट को लेकर प्लांट में सारी तैयारियां पूरी हैं।
डाॅ सुनील लटियार, प्रभारी सविल अस्पताल सिहोरा
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