संतोष सिंह मस्तूरी


मस्तूरी बिलासपुर। मस्तूरी धन घोटाले को लेकर हमेशा से विवादों में रहा है। भरारी में हुए धन घोटाले से लेकर मस्तूरी इलाके के कई सेवा सहकारी समिति विवादों में रह चुकी है ताजा मामला मस्तूरी से जुड़ी रिस्दा धान खरीदी उपकेंद्र का है जहां बड़ा घोटाला सामने आया है। यहां धान खरीदी में लगभग 54 लाख 67 हजार 687 रुपये का गबन हुआ है। इस मामले में पुलिस ने खरीदी केंद्र प्रभारी कृष्ण कुमार करियारे और कंप्यूटर ऑपरेटर सुखसागर जांगड़े के खिलाफ धोखाधड़ी और गबन सहित अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के दौरान यह अनियमितता पकड़ी गई। कंप्यूटर रिकॉर्ड के अनुसार केंद्र पर 40879.20 क्विंटल धान खरीदा गया था लेकिन मिल और संग्रहण केंद्र पर केवल 39115.43 क्विंटल धान ही मिला। यानी 1763.77 क्विंटल धान गायब था। मौके पर जांच टीम को सिर्फ 248 क्विंटल धान ही मिला जिसमें से 188 क्विंटल स्टॉक में और 60 क्विंटल फड़ में पड़ा था। आरोप है कि प्रभारी कृष्ण कुमार करियारे ने बचे हुए 248 क्विंटल धान को भी बेचकर करीब 7.68 लाख रुपये का गबन कर लिया।


संयुक्त जांच दल की रिपोर्ट में साफ बताया गया है कि इस गबन से सेवा सहकारी समिति को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। उप आयुक्त सहकारिता और उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं बिलासपुर ने भी इस मामले में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे। पुलिस अब इस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है। यह भी गौर करने वाली है कि मस्तूरी ब्लॉक की कई सेवा सहकारी समितियां पहले भी आर्थिक अनियमितताओं को लेकर सुर्खियों में रही हैं। ऐसे में इस बड़े घोटाले में उच्च अधिकारियों की संलिप्तता की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता ।


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