बिलासपुर । केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा जारी अलर्ट के मद्देनजर, बिलासपुर के सिम्स चिकित्सालय ने कोविड-19 की किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए अपनी तैयारियों का परीक्षण कर रहा है। इसी क्रम में आज सिम्स के अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अर्चना सिंह और नोडल अधिकारी डॉ. भूपेंद्र कश्यप के निर्देशन में मॉकड्रिल की गई यह मॉकड्रिल ऐसे समय में हुई है जब कोविड संक्रमण को देखते हुए सभी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रहने का आदेश दिया गया है।
त्वरित प्रतिक्रिया का अभ्यास: कोविड प्रोटोकॉल का पालन
मॉकड्रिल के दौरान, ऐसे मरीजों को अस्पताल लाया गया जिनमें सांस लेने में दिक्कत, लंबे समय से खांसी, सर्दी-जुकाम, लूज मोशन, हाथ-पैर में जकड़न, बुखार और सुगंध व दुर्गंध महसूस न कर पाने जैसे कोविड-19 के लक्षण थे। इन मरीजों को तत्काल स्ट्रेचर पर स्थिर किया गया, ऑक्सीजन मास्क लगाया गया और तुरंत कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया।
मरीज को बेड पर लेटाने के बाद, सबसे पहले उनके वाइटल साइन (ब्लड प्रेशर, ऑक्सीजन स्तर आदि) की निगरानी की गई और उनकी चेतना की स्थिति का मूल्यांकन किया गया। कोविड जांच के लिए मरीज के नाक और गले से सैंपल लेकर वायरोलॉजी विभाग भेजा गया। इसके बाद, आई.वी. लाइन के माध्यम से उन्हें जीवन रक्षक दवाएं दी गईं। इस दौरान मेडिसिन विभाग के चिकित्सक सहित
डॉ. सुनील कुमार पेंड्रो (चिकित्सा अधिकारी), डॉ. आद्या सिंगरौल (कैजुअल्टी मेडिकल ऑफिसर), श्रीमती स्वाति कुमार (सहायक नर्सिंग अधीक्षक), श्रीमती सरिता बहादुर (नर्सिंग सिस्टर), श्रीमती पुष्पलता शर्मा, श्रीमती कंचन चौबे, कु. शिरोमणि नायक और श्री गोल्डन काशी (लैब टेक्नीशियन), वार्ड ब्वॉय श्री संजय श्रीवास, श्री मुकेश भोई, श्री मणि श्रीवास, श्री गोविंद और श्री सलीम आदि मौ
जूद रहे।