सतीश बाटवे
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न जिलों में पिछले कुछ महीनों से हो रही ज्वेलरी शॉप की चोरियों का खुलासा करते हुए बिलासपुर पुलिस ने एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लगभग 52 लाख रुपये की चोरी का माल बरामद किया है।
पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज, श्री संजीव शुक्ला और पुलिस अधीक्षक बिलासपुर, श्री रजनेश सिंह के निर्देशन में गठित विशेष टीम ने सात दिनों तक मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में छापेमारी कर यह सफलता हासिल की।
जानकारी के अनुसार, 15-16 जुलाई की रात बिलासपुर के सीपत क्षेत्र में स्थित दामोदर ज्वेलर्स में हुई चोरी के मामले में पुलिस ने जांच शुरू की थी। इस दौरान पुलिस को पता चला कि यह चोरी एक संगठित गिरोह द्वारा की गई थी, जो पूरे छत्तीसगढ़ में इसी तरह की वारदातों को अंजाम दे रहा था।
पुलिस ने 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की और साइबर सेल की मदद से संदिग्धों की पहचान की। इस दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी अपने शरीर पर विशेष टैटू बनवाते हैं, जिससे उनकी पहचान की गई।
गिरफ्तार आरोपियों में लालमन उर्फ बड़का, रामधीन बसोर, सियाराम बसोर और लालजी उर्फ किन्का बसोर शामिल हैं, जो मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के निवासी हैं। इनके अलावा राजेंद्र गुप्ता उर्फ गुड्डा बनिया, मनीष सोनी और अमित सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है, जो चोरी का माल खरीदने में शामिल थे।
पुलिस ने आरोपियों से 33 किलोग्राम चांदी के जेवर, 125 ग्राम सोने के जेवर, 4 लाख रुपये नकद, एक होंडा सिटी कार, एक पल्सर मोटरसाइकिल और 6 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। कुल बरामदगी की कीमत लगभग 52 लाख रुपये आंकी गई है।
पूछताछ में पता चला कि आरोपी पहले रेलवे स्टेशन पर आते थे और फिर अपने गिरोह के साथियों के साथ घटनास्थल की रेकी करते थे। चोरी के बाद वे माल को आपस में बांट लेते थे और बचे हुए जेवरात को मनीष सोनी और राजेंद्र गुप्ता को बेच देते थे।
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह छत्तीसगढ़ के अलावा मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी सक्रिय था। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। लालमन उर्फ बड़का पर 11, रामधीन बसोर पर 17, सियाराम बसोर पर 15 और लालजी उर्फ किन्का बसोर पर 8 मामले दर्ज हैं।
पुलिस ने बताया कि इस गिरोह ने पिछले कुछ महीनों में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में कई ज्वेलरी शॉप में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया था। इनमें जांजगीर-चांपा, रायपुर, बिलासपुर और सीतापुर जिले शामिल हैं।
पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह ने कहा, “यह एक बड़ी सफलता है। हमारी टीम ने दिन-रात मेहनत कर इस गिरोह का पर्दाफाश किया है। हम अभी भी जांच कर रहे हैं कि क्या इस गिरोह के और भी सदस्य हैं और उन्होंने किन-किन वारदातों को अंजाम दिया है।”
उन्होंने आगे कहा, “इस मामले में शामिल सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को नकद पुरस्कार दिया जाएगा। उनकी मेहनत और समर्पण की वजह से ही यह सफलता मिली है।”
इस बीच, छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन ने भी बिलासपुर पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा, “हम लंबे समय से इन चोरियों से परेशान थे। पुलिस ने बहुत अच्छा काम किया है। हम उम्मीद करते हैं कि अब ऐसी घटनाएं नहीं होंगी।”
पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस गिरोह ने अन्य राज्यों में भी वारदातों को अंजाम दिया है। इस मामले में आगे की जांच जारी है।
मोबाइल – 9425545763