हिन्द कोलवासरी की वजह से खैरा जयरामनगर एंव गतौरा में प्रदुषण से फ़ैल रही गंभीर बीमारी
क्षेत्र में कोल डस्ट से हो रही समस्याओ व् मानव जीवन प्रभावित होने को लेकर जताई चिंता
मस्तुरी। हिन्द एनर्जी एवं कोलवासरी की गतौरा में आगामी 6 मार्च को आयोजित जनसुनवाई को निरस्त करने को लेकर मस्तुरी जनपद उपाध्यक्ष नितेश सिंह ठाकुर ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर जनसुनवाई निरस्त करने की मांग किया है| जनपद उपाध्यक्ष नितेश सिंह ठाकुर ने ग्राम खैरा जयरामनगर में स्थित हिन्द एनर्जी एवं कोलवासरी के प्रदुषण से क्षेत्र में व्यापत समस्याओ को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कोलवासरी के विस्तार की जनसुनवाई को स्थगित करने की मांग किया है|
मस्तुरी जनपद उपाध्यक्ष नितेश सिंह ठाकुर ने बताया कि हिन्द कोलवासरी ग्राम खैरा जयरामनगर एंव गतौरा में स्थापित की गयी है,उक्त कोलवासरी के समीप अधिक घनी आबादी होने के कारण वहां के रहवासी को कोल डस्ट के कारण दमा, खांसी त्वचा से संबधित बीमारियों का शिकार हो रहे है। कोलवासरी के कारण कृषि के उपजाउपन पुरी तरह समाप्त हो गयी है मानव जीवन को देखते हुए यूनिट का विस्तार न किया जावे ये स्वास्थ्य व पर्यावरण की दृष्टि से उचित नहीं है|
ग्राम खैरा जयरामनगर एवं गतौरा से लगे हुए ग्राम पंचायत खुडुभाठा , पाराघाट, भनेसर भदौरा, मस्तूरी , किरारी, दर्रीघाट, लावर, लिमतरा, भिलाई, हरदाडीह, रलिया, हिन्द कोलवासरी से 10 कि.मी. की वायु सीमा की परिधी में आते है। नियमतः इस पंचायतों को ईआईए रिपोर्ट अवलोकन हेतु दिया जाना था। परन्तु पर्यावरण विभाग द्वारा प्रदान नहीं किया गया है जिस कारण इन ग्राम पंचायतो द्वारा विधि समंत जन सुनवाई को निरस्त करने की कलेक्टर महोदय से अनुरोध किया जाता है।
सन् 2004 में जे.के. इन्जिनयरिंग कॉलेज की स्थापना हुई थी, शैक्षणिक संस्थान के बगल में कोलवासरी खोलना असंवैधानिक है। संस्थान के द्वारा न््यायालिन कार्यवाही का आदेश प्राप्त हुआ था कोलवासरी को बंद करने का जो आज दिनांक तक संचालित है। कम्पनी के द्वारा जिस कंसल्टेंट कम्पनी के पी आई ए रिपोर्ट बनवायी गयी है वह रिपोर्ट पुरी तरह गलत एंव फर्जी है।
हिन्द कोलवासरी की भूमि का डायवर्सन व्यवसायिक किया गया है डायवर्सन कराते समय कौलवासरी संचालक के द्वारा डायवर्सन शाखा में 40 फिट की रोड बतायी गयी हैं। जबकि यह सडक प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना के तहत बनी है। इसकी चौडाई महज 6 मीटर है। गलत जानकारी देकर उक्त भूमि को का डायवर्सन कराया गया है। क्योंकि प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना का भार क्षमता महज 6-12 टन है। कोयला से भरे वाहनो का वजन 80 – 120 टन होता है प्रतिबंधित सडक पर ओवर लोड गाड़ियों का चलाया जाना अवैधानिक है। मस्तुरी जनपद उपाध्यक्ष नितेश सिंह ठाकुर ने हिन्द एनर्जी एवं कोलवासरी के प्रदुषण से क्षेत्र में व्यापत समस्याओ को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कोलवासरी के विस्तार की जनसुनवाई को स्थगित करने की मांग किया है|