सोलह बोल की कहानी” सुनकर महालक्ष्मी की पूजा की
सुख और सौभाग्य की देवी महालक्ष्मी की घर घर पूजा
सिहोरा
महिलाओं ने महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए शुक्रवार को व्रत रखा और पारंपरिक ढंग से हाथी पर सवार महालक्ष्मी की मिट्टी की मूर्ति की पूजा की। महालक्ष्मी का श्रृंगार आभूषण के रूप में बनाए गए पकवानों से किया गया। महिलाओं ने सोलह बार “सोलह बोल की कहानी- अमोती दमोती रानी ,पोला पर ऊंचो सो परपाटन गांव, जहां के राजा मगर सेन दमयंती रानी ,कहे कहानी .सुनो हो महालक्ष्मी देवी रानी ,हम से कहते तुम से सुनते सोलह बोल की कहानी-“पौराणिक राघवेन्द्र त्रिपाठी सुनी और महालक्ष्मी की पूजा की।
महिलाओं ने की पूजा-अर्चना–
महाअष्टमी के अवसर पर गांधीग्राम में महालक्ष्मी की महिलाओं द्वारा पूजा-अर्चना की गई। सुख और सौभाग्य की देवी हाथी पर सवार माँ लक्ष्मी की मूर्ति की पूजा-अर्चना की गई। अनेक स्थानों पर महिलाओं द्वारा समूह के रूप में विधि पूर्वक पूजन का कार्यक्रम संपन्न किया गया।महिलाओं ने की सुख और सौभाग्य की कामना
पर महालक्ष्मी की पूजा-अर्चना के उपरांत की ।पूजन के कार्यक्रम में वन्दना मिश्रा, अनुराधा तिवारी, रश्मि मिश्रा, नम्रता तिवारी, वर्षा असाटी, साधना असाटी,सुनीता असाटी, कृष्णा तिवारी, सुधा असाटी, मनीषा असाटी , ममता असाटी, शोभना असाटी आदि उपस्थित थी।
विज्ञापन के लिए संपर्क करें मोबाइल नंबर 8819052418