मस्तूरी। मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूरी पर नेशनल हाईवे पर टोल नाका बना हुआ है, जहां टोल टैक्स से बचने के लिए भारी वाहन नेशनल हाईवे सड़क पर ना जाकर के मस्तूरी के सामान्य ग्रामीण सड़कों पर ओवरलोड होकर तेज रफ्तार से दौड़ रही है जिसके कारण घटना दुर्घटना तो हो ही रही है साथ ही नई-नई बनी हुए सड़के भी खस्ता हाल हो रहा है, दिन रात राखड़ से भरे हुए ओवरलोड वाहन बाईपास एवं हाईवे सड़क पर ना चलकर टैक्स बचाने के नाम से प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क जैसी छोटे-छोटे सड़कों पर बेधड़क बे लगाम दौड़ रही है जिसके कारण प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क की परखच्चे तक उड़ जा रहे हैं, बताते चले की मस्तूरी नेशनल हाईवे पर टोल नाका स्थित है
जिसके कारण बड़े-बड़े हैवी वाहन वाले अपने टोल टैक्स बचाने के नाम से छोटे-मोटे रास्तों का उपयोग करते हैं जांजगीर जिले के वर्धा प्लांट से निकलने वाली राखड़ की गाड़ियां टोल टैक्स बचाने के नाम पर नरियारा मूलमुला होते हुए रिस्दा होकर मस्तूरी विधानसभा के चौहा, डोडकी,टिकारी, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क पर धड़ल्ले से दौड़ रही है ,जिसके कारण 2022 में ही बने नई नवेली सड़क की स्थिति बद से बदतर हो गई है बताते चले की 2022 में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत टिकारी से चौहा, डोडकी , रिस्दा 5 किलोमीटर की सड़क 4 करोड़ 26 लख रुपए की लागत से बनी हुई थी सड़क को बने महज 2 वर्ष भी नहीं हुए हैं राखड से चलने वाली ओवरलोड वाहन ने सड़क के दिशा दशा बदल दी है जिसके कारण आसपास के ग्रामीण और जनप्रतिनिधियों में रोष व्याप्त होते दिखाई दे रहा है।