


मस्तूरी । माघ बड़ी तेरस महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान श्री लटेश्वरनाथ के नाम पर ग्राम किरारी में लगने वाला साप्ताहिक मेले का आयोजन 8 फरवरी से प्रारंभ होने जा रहा है। मेला सुरक्षा समिति द्वारा मेला स्थल की सफाई करवा कर आने वाले दुकानों को व्यवस्थित रूप से लगवाने में जुटे हुए हैं।
ग्राम किरारी – मस्तूरी के मध्य स्थित लटिया तालाब के मेंढ़ पर विशालकाय बरगद झाड़ के समीप विराजमान भूफोड़ महादेव श्री लेटेश्वरनाथ के नाम पर माघ बड़ी तेरस के दिन लगने वाले एक सप्ताह के मेले को लेकर मेला सुरक्षा समिति काफी उत्सुक है ।
मेला स्थल को भव्य रूप देने व दर्शनार्थियों को सुरक्षा मुहैया कराने के उद्देश्य से गठित यह समिति आसपास के व्यापारियों के अलावा दूर दराज के व्यापारियों, सिनेमाघर, हवाई झूला, मौत का कुआं, झूला, जादूगर ,होटल, मनिहारी, कपड़ा, बर्तन व जूता चप्पल दुकान सहित मेले को आकर्षण करने वाले अन्य प्रतिष्ठानों को न्योता देकर मेला स्थल पर दुकान पंडाल लगाने की गुजारिश किए थे । फल स्वरुप अधिकांश व्यावसायिक मेला स्थल पहुंच कर अपना पंडाल लगाने में व्यस्त हो गए हैं। वहीं श्री लटेश्वरनाथ मंदिर समिति द्वारा मुख्य द्वार सहित मंदिर को रंगरोहन करा कर देव स्थल को संवारने में जुटे हुए हैं। ज्ञात हो कि माघ बड़ी तेरस महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर शताब्दी पुरानी भूफोड़ महादेव श्री लटेश्वरनाथ के नाम पर लगने वाला प्रदेश का प्रथम मेला है ।इसके चलते प्रथम दिन मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ता है और जैसे ही प्रातः काल 4:00 बजे मंदिर का पट खुलता है कि गांव सहित दूर दराज से पहुंचे श्रद्धालु कांवरियों का जत्था मंदिर प्रांगण में पहुंचकर जय घोष के नारों के साथ भोलेनाथ को जल अर्पित करने पर उमड़ पड़ता है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन अपना चाक चौबंद व्यवस्था रखता है और मेला में भी शांति व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से ग्राम रक्षा समिति के सौजन्य से पुलिस प्रशासन अस्थाई रूप से पुलिस केंद्र स्थापित करेगा।

वर्षों पुरानी परंपरा के अनुरूप आज भी स्थानीय ग्रामवासियों सहित आसपास के लोग इस मेले को लेकर काफी उत्सुक रहते हैं। मान्यता यहां तक है कि लोग अपने घरों में किसी विशेष कार्यक्रम या तीज त्योहार पर अपने बहन बेटियों को उनके ससुराल से लिवाकर लाते हैं। स्थानीय ग्रामीणों व आसपास गांव के लोगों के लिए यह मेला का पर्व किसी तीज त्योहार से कम नहीं होता है। इस मेले का इंतजार गांव की बहू बेटियों को भी रहता है, जिसे उनके मायके वाले लिवाकर कर लाते हैं और इस मांग बड़ी तेरस महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर भगवान श्री लटेश्वरनाथ में जलाभिषेक करवाते हैं।दिनों दिन बढ़ रहा भूफोड़ महादेव का आकार–गौरतलब हो कि लटिया तालाब के मेड़ पर विराजमान भूफोड़ महादेव श्री लटेश्वरनाथ का आकार दिनों दिन विकसित होते जा रहा है जिसके चलते पिछले कुछ वर्षों से लोगों में भगवान श्री लटेश्वरनाथ के प्रति श्रद्धालुओं में काफी विश्वास व उत्सुकता बनी हुई है। इसकी ख्याति काफी दूर तक फैला हुआ है। और यही कारण है कि श्रद्धालु अपार विश्वास के साथ श्री लटेश्वरनाथ जी का पूजन करते हैं।