


बिलासपुर।मस्तूरी महिला एवं बाल विकास विभाग की विवादित सुपरवाइजर पर आखिरकार परियोजना अधिकारी मिलिंद द्विवेदी ने कार्यवाही कर दी। सेक्टर दर्रीघाट की सुपरवाइजर के विरुद्ध लंबे समय से विभाग को गंभीर शिकायतें मिल थी कुछ दिनों से मस्तूरी मीडिया में भी यह बातें तेजी से वायरल हो रही थी।
इसके बाद विभाग ने गंभीरता दिखाते हुए वसूली बाज सुपरवाइजर को नोटिस जारी किया था लेकिन बार-बार नोटिस जारी करने के बाद भी सुपरवाइजर की कार्य प्रणाली में कोई बदलाव नहीं आया इसके बाद आज मस्तूरी एकीकृत महिला में बाल विकास परियोजना अधिकारी ने सुपरवाइजर को मस्तूरी दर्रीघाट से पृथक कर अन्यत्र स्थान पर भेजे जाने के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी को पत्र लिखा दिया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी को लिखे पत्र में परियोजना अधिकारी ने इस बात का जिक्र किया है कि कारण बताओं नोटिस देने और बार-बार चेतावनी देने के बाद भी सुपरवाइजर के व्यवहार और कार्यप्रणाली में को ही बदलाव नहीं आया है। इस कारण सुपरवाइजर का तबादला किसी अन्य क्षेत्र में किया जाए।
इधर सुपरवाइजर की धमकी चमकी वसूली बाजी से क्षेत्र में भी आक्रोश व्याप्त है ग्राम पंचायत कर्रा में पिछले दो माह से रेडी टू ईट का वितरण न होने से हितग्राहियों में भी काफी नाराजगी है ।
उक्त मामले में मिली जानकारी के अनुसार आंगनवाड़ी सुपरवाइजर ने इन क्षेत्रों में वितरण होने वाले रेडी टू ईट को बेच दिया है और इस कार्य में उन्होंने अपने घर के निकट रहने वाले एक ऑटो चालक का भी सहारा लिया है यदि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जाए तो सुपरवाइजरक के खिलाफ कई मामलों का खुलासा होगा।
इधर जिला कार्यक्रम अधिकारी को पत्र जारी करने के बाद मस्तूरी महिला एवं बाल विकास विभाग ने तो अपना पल्ला झाड़ लिया है लेकिन अब देखने वाली बात होगी कि जिला कार्यक्रम अधिकारी वसूली बाज सुपरवाइजर पर क्या कार्यवाही करते हैं ।