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14-03-2025 Vol 19

घर बैठे कराऐ जमीन-मकानों की रजिस्ट्री, पांच मिनट में मिलेंगे कागजात, यहां करे ऑनलाइन अप्लाई…


Online Land-House Registry : एनजीडीआरएस (नेशनल जेनेरिक डाक्यूमेंट रजिस्ट्रेशन सिस्टम) से जमीन और मकानों की रजिस्ट्री शुरू हो जाएगी।

नेशनल जेनेरिक डाक्यूमेंट रजिस्ट्रेशन सिस्टम (एनजीडीआरएस) के तहत आईजीआफ स्टांप के नेतृत्व में शुरू हो रही नई पहल, सोमवार से राजधानी में जमीन और मकानों की रजिस्ट्री की सर्वेक्षण प्रक्रिया।

पंजीयन प्रक्रिया सिर्फ पांच मिनट में होगी और उसी दिन रजिस्ट्री के दस्तावेज मिलेंगे।

– एनजीडीआरएस से रजिस्ट्री की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए आईजीआफ स्टांप ने आदेश जारी किया है।
– पहले चरण में, रायपुर के उप पंजीयक-4, उप पंजीयक आरंग और उप पंजीयक तिल्दा-नेवरा में इस नए सिस्टम से रजिस्ट्री की प्रक्रिया होगी।
– यह पहल नहीं, बल्कि इस सिस्टम से जमीन के फर्जीवाड़े को रोकने का एक और कदम है।
– रजिस्ट्री प्रक्रिया की सुगमता से निर्माण क्षेत्र में सुधार होने की उम्मीद है। इस सिस्टम के शुरू होने से लोगों को जमीन और मकानों की रजिस्ट्री में होने वाली कठिनाईयों में कमी होगी।
– सरकार का उद्देश्य है कि यह नया प्रक्रियाक्रम अच्छे और तेजी से संपन्न होकर लोगों को सर्वाधिक सुविधा प्रदान करेगा।

बता दें कि रायपुर में कुल 5 उप पंजीयक हैं। रायपुर के चार और नवा रायपुर और आरंग में इस माह के अंत तक सिस्टम शुरू हो जाएगा। इसके बाद प्रदेश के सभी कार्यालयों में यह सिस्टम लागू किया जाएगा। इसके लिए अब पक्षकारों को पंजीयन शुल्क के अलावा 60 रुपए प्रति पेज का अतिरिक्त शुल्क देना होगा। बता दें कि इसके पहले एनजीडीआरएस प्रणाली के पायलट रन के पंजीयन कार्यालयों अभनपुर, महासमुंद एवं धमतरी में अब तक लगभग 45 हजार से अधिक दस्तावेजों का पंजीयन किया जा चुका है।
कम्प्यूटरीकृत पंजीयन प्रणाली की विशेषता
पक्षकार को ऑनलाइन डेटा की एंट्री कर अपॉइन्टमेंट लेना होता है। कार्यालय में किसी प्रकार की डेटा एन्ट्री नहीं होती है।
उप पंजीयक द्वारा पंजीयन की सभी प्रक्रिया ऑनलाइन की जाती है।

ऑनलाइन संपत्ति के बाजार मूल्य की सटीक गणना के साथ नियम आधारित मूल्यांकन होने से एनजीडीआरएस प्रणाली पारदर्शी है।
पक्षकार द्वारा ऑनलाइन सभी जानकारी स्वत: प्रविष्टि किये जाने से, त्रुटि की संभावना नहीं है। दस्तावेज की पर्याप्त जांच हो जाएगी।

डिजीटल फोटो एवं हस्ताक्षर लिए जाने का प्रावधान होने से पंजीयन प्रणाली सुरक्षित एवं भरोसेमंद है।
राजस्व विभाग से इंटीग्रेशन के फलस्वरूप विक्रयशुदा खसरे तथा मालिकाना हक की जांच किये जाने से पंजीयन प्रणाली सुरक्षित एवं आसान।


मार्च के पहले पूरे प्रदेश में लागू होगा सिस्टम

प्रदेश के सभी पंजीयन कार्यालयों में ई-पंजीयन सॉफ्टवेयर के स्थान पर एनजीडीआरएस प्रणाली चरणबद्ध रूप से लागू करने का निर्णय लिया गया है। जिसके तहत मार्च-2024 के पहले तक सभी पंजीयन कार्यालयों में नए सॉफ्टवेयर को अनिवार्य रूप से लागू किया जाना है। अब तक लगभग 11 राज्यों में एनजीडीआरएस प्रणाली से पंजीयन कार्य किया जा रहा है। प्रदेश के सभी कार्यालय में हार्डवेयर उपकरणों, नेटवर्क लाईन की व्यवस्था के साथ-साथ विभागीय अधिकारियों – कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

प्रथम बार वेबसाइट https// www.ngdrs.cg.gov.in/ NGDRS_ CG के सिटीजन पार्ट में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के उपरान्त सिटीजन लॉगिन कर ऑनलाइन उपलब्ध फार्म में पक्षकारों तथा संपत्ति विवरण को भरने पर स्वत: बाजार मूल्य, स्टाम्प शुल्क एवं पंजीयन शुल्क की गणना हो जाती है। इसके बाद पक्षकारों द्वारा पंजीयन के लिए सुविधानुसार समय एवं तारीख का चयन कर अपॉइन्टमेंट लेकर निर्धारित तिथि में पंजीयन कार्यालय में उपस्थित होकर मूल दस्तावेज प्रस्तुत किया जाएगा।

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जय शंकर पाण्डेय

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