

नहर के पानी को पत्थर मिट्टी की पार बांधकर रोक रहे, पाईप लगाकर खाइयों में भर रहे
बंजारी माता नदी में बहा रहे पानी
अधिकारी बेसुध, निरीक्षण करने कभी नहीं आते
सिहोरा
गेहूं,चना, मसूर की फसलों के लिए वर्तमान समय में क्षेत्र में खेतों में पानी की जरूरत को देखते हुए नर्मदा घाटी बरगी नहर व्यापवर्तन परियोजना के जल उपभोक्ता संस्था गांधीग्राम की कुंड वितरिका पिपरिया नहर में पानी लगातार छोड़ा जा रहा है। किन्तु गांधीग्राम हाइवे नहर पुल के पास नहर को मिट्टी की मोटी पार से लगभग दो सप्ताह से अनाधिकृत रूप से बांध दिया गया है जिससे बेली से गाँधीग्राम तक के किसानों को खेती के लिए भरपूर पानी मिल पा रहा है।जानकारी अनुसार बेली से गाँधीग्राम के बीच भी जगह-जगह पर कई किसानों ने पत्थर मिट्टी आदि से नहर पर बाँध बनाकर नहर का पानी रोकने का व धार को धीमा करने का काम कर रहे हैं।वही बहुत से किसान पाइपलाइन लगाकर नहर के किनारे स्थित खाइयों को भर रहे हैं।जिससे नहर की धार को धीमा कर दिया गया है,।ऐसा करने से नहर का पानी स्थिर हो गया है,किसानों के खेतों में टेल तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। कई स्थानों पर पानी को रोका गया है जिसके कारण कुलाबों तक पानी नहीं आ रहा है। किसानों का आरोप है कि नहर विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों को इस संबंध में जानकारी होने के बाद भी कार्यवाही शून्य रहती है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
वर्तमान समय में गाँधीग्राम जल उपभोक्ता संस्था अंतर्गत कुंड वितरिका पिपरिया से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। जल उपभोक्ता गांधीग्राम संस्था के अंतर्गत लगभग कुण्ड वितरिका पिपरिया में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। कुंड वितरिका से माइनर व सब माइनर पानी लगातार पहुंच रहा है। जिससे 14ग्रामों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल सके।
इन ग्रामों के खेतों में नहर से पहुंच रहा पानी
जल उपभोक्ता संस्था गांधीग्राम की ग्राम बम्होरी, पिपरिया, देवनगर, गाँधीग्राम के आधे हिस्से तक ही फसलों को पानी मिल पा रहा है। पानी को बीच में बाँधनुमा बनाकर रोकने व बीच बीच मे नहर में पाइप लगाकर पानी खींचने से नहर की धार अपेक्षा कृत कम हो गई है।जल उपभोक्ता संस्था गाँधीग्राम के ग्रामों मिढ़ासन, कैलवास, उमरिया,तपा,खुडावल, बरदहरी,शहजपुरा,ताला,पथरई,नई बस्ती कुसनेर के खेतों में फसल में पानी धीमी गति से आ रहा है।

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