

केंद्र सरकार से दिया जाने वाला मानदेय अटका
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता परेशान
आर्थिक तंगी से जूझ रही, यूनिक एम्पलाई कोड बन रहा रोड़ा
सिहोरा
परियोजना कार्यालय सिहोरा के अंतर्गत कार्यरत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया की उन्हें केंद्र सरकार से मिलने वाला मानदेय मार्च के महीने से अप्राप्त है। भले ही प्रदेश व केंद्र सरकार द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाकर दस हजार कर दिया गया है, परंतु 45 सौ रूपये प्रतिमाह केंद्र सरकार से मिलने वाला मानदेय मार्च के महीने से नहीं मिला। जिससे उन्हें आंगनवाड़ी के संचालन के साथ अपने घर परिवार चलाने में इस महंगाई के दौर में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
केंद्र और राज्य की योजनाओं के क्रियान्वयन में अहम भूमिका
1200 रूपये महीने की नौकरी से शुरुआत करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय जैसे तैसे सरकारों द्वारा बढ़ाया गया, परंतु समय पर मानदेय न मिलने के कारण आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं में काफी रोष व्याप्त है आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया की मध्यप्रदेश सरकार व केंद्र सरकार की तमाम योजनाओं को जनता के बीच में जाकर योजना का सही ढंग से क्रियान्वित करने में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की अहम भूमिका होती है। शासन की तमाम योजनाओं में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की ड्यूटी लगाई जाती है परंतु वेतन देने के नाम पर अफसर एक दूसरे पर जवाबदारी मढते हुए अपने आप को बचा लेते हैं।
लगातार बढ़ रही महंगाई, 6 महीने से नहीं मिला वेतन
जहां एक ओर महंगाई सुरसा की तरह बढ़ रही है वही नाम मात्र के वेतन पर काम करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 6 महीने से पूरी तनख्वाह न मिलने के कारण बेहद परेशानी से गुजरना पड़ रहा है समस्या के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को अनेको बार अवगत कराया गया परंतु समस्या आज भी विद्यमान है।
सिहोरा ब्लॉक में 188 आंगनबाड़ी केंद्र
ज्ञात हो की सिहोरा तहसील के अंतर्गत 188 आंगनवाड़ी केंद्रों का संचालन होता है जहां पर बच्चों को स्कूल पूर्व शिक्षा के साथ धात्री एवं गर्भवती महिलाओं किशोरी बालिकाओं के खानपान टीकाकरण व स्वास्थ्य संबंधी अनेक कार्य संपादित किए जाते है।
इनका कहना
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का यूनिक एम्पलाई कोड न बनने के कारण केंद्र से प्राप्त होने वाला मानदेय कुछ महीनों से रुका हुआ है
इंद्रकुमार साहू, परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग सिहोरा

मोबाइल – 9425545763