

रंगो के पांच दिवसीय पर्व की शुरूआत कल से
कार्टून कैरेक्टर हेड, पिचकारी-रंग और गुलाल की सज गई दुकानें, होलिका को अंतिम रूप देने में जुटे कलाकार
सिहोरा
रंगो के त्यौहार होली के पांच दिवसीय पर्व की शुरुआत शुक्रवार को धुरेड़ी के साथ हो जाएगी, जो रंग पंचमी तक चलेगी। होली को लेकर बाजारों में पिचकारी रंग और गुलाल की दुकान है सजधज कर तैयार हैं। पिछले वर्ष कोविड-19 के कारण लोग पूरे उत्साह के साथ होली पर्व नहीं मना पाए थे। लेकिन इस साल होली का पर्व धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। होलिका को अंतिम रूप देने में भी कलाकार जुट गए। गुरुवार को शुभ मुहूर्त में सिहोरा और खितौला सहित ग्रामीण क्षेत्रों में होलिका दहन होगा।
इस साल लगी अधिक दुकानें, रंग गुलाल पिचकारी खरीदने पहुंचे लोग
व्यापारियों के मुताबिक इस साल रंगों व पिचकारी की दुकानें अधिक लगाई हैं। वहीं ग्राहक भी रंग व पिचकारी अधिक खरीद रहे हैं। साथ ही महंगाई का असर भी देखा जा रहा हैं। इस पिचकारियों के दाम 30 फीसद तक बढ़े है। इसके कारण भी दुकानें बाजार में कम नजर आ रही हैं।
कार्टून कैरेक्टर वाली पिचकारी की बाजारों में भरमार
भले ही इस साल पिचकारी की दुकानें ज्यादा तो लगी हैं, लेकिन जितनी दुकानें लगी हैं उनमें वेरायटिया उपलब्ध हैं। दुकानदारों ने विभिन्न वेरायटियों की पिचकारियां व मुखौटे दुकान में सजाए हैं। नन्हे बच्चों के लिए विभिन्न कार्टून केरेक्टर वाली पिचकारियां बाजार में हैं। इसके अलावा कार्टून केरेक्टर और विभिन्न तरह के मास्क और मुखौटे हैं।
रात्रि 10:00 बजे का समय निर्धारित किया होलिका दहन का प्रशासन ने
प्रशासन ने इस बार रात 10 बजे तक होली जलाने का समय निर्धारित किया है। इसमें भी समिति के कुछ लोग ही मौजूद रह सकेंगे। सिहोरा-खितौला सहित ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 200 से अधिक जगहों पर होलिका दहन होगा। होलिका दहन के दौरान किसी तरह का हुड़दंग ना हो इस बात के लिए भी पुलिस और प्रशासन ने सारी तैयारियां कर ली है। शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी। सभी चौराहों पर चेकप्वाइंट बनाकर ब्रेथ एनालाइजर से वाहन चलाने वालों की जांच की जाएगी। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में होलिका दहन के बाद किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सिहोरा पुलिस अनुभाग के सभी थानों में बल की तैनाती पहले से कर ली गई है।
रासायनिक और केमिकल युक्त रंग गुलाल से संभलकर खेलें होली
होली में जमकर रंग गुलाल का उपयोग होता है। पिछले कुछ वर्षों से रसायनिक और केमीकल युक्त रंग गुलाल बाजार में बिक रहे हैं। इसी के चलते होली संभलकर खेलें। होली पर्व के अवसर पर रंग गुलाल के अलावा तरह तरह के डिब्बों में पैक रासायनिक रंग बाजार में उतर आए हैं। देशी पिचकारियों की जगह प्लास्टिक की पिचकारियां नए नए रूप में बाजार में बिक रही हैं। रंग गुलाल की जगह रासायनिक रंगो के प्रयोग से बचने की सलाह के बावजूद इनके प्रयोग में बढ़ोत्तरी देखी जा रही हैं।

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